जयपुर। एसओजी ने आनन्दपाल गिरोह के 3 सहयोगियों को 2 हथियारों के साथ गिरफ्तार किया है।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक उमेश मिश्रा ने बताया कि एसओजी द्वारा आनन्दपाल गिरोह के सहयोगी ऋषि राज उर्फ ऋषि बना को माह अगस्त में एक पिस्टल के साथ गिरफ्तार कर आर्म्स एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज किया गया था।
प्रकरण के अनुसंधान से ज्ञात हुआ कि आनन्दपाल एवं उसका एक निकट सहयोगी पंकज गुप्ता उर्फ भैयाजी मैनपुरी, उत्तरप्रदेश परबतसर पेशी से फरार होने के बाद ऋषिराज सिंह के सांगानेर स्थित आवास पर दो-तीन दिन रूके थे।
ऋषि बना अभी विदेशी पर्यटको से ठगी करने व डिब्बेबाजी के आरोप में दिल्ली जेल में बन्द है। इसी प्रवास के दौरान पंकज गुप्ता द्वारा एक हथियार 0.25 बोर पिस्टल ऋषिराज को 75 हजार रूपए में दी गई थी जिसे एसओजी द्वारा पूर्व में बरामद किया गया।
इसी प्रकरण में प्रोडक्शन वारन्ट प्राप्त कर पंकज गुप्ता को जेल से लाकर पूछताछ पर यह खुलासा हुआ कि कुख्यात अपराधी आतिश गर्ग के भाई अनुराग उर्फ चीनू को भी पंकज गुप्ता द्वारा हथियार दिए गए थे।
उक्त सूचना पर एसओजी की टीम ने तुरन्त कार्रवाई करते हुए गिरोह के तीन अन्य सदस्यों को दो हथियारों (एक रिवॉल्वर व एक देषी कट्टा) के साथ गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है।
उन्होंने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त अनुराग गर्ग उर्फ चीनू निवासी मानसरोवर, जयपुर, संजय गर्ग उर्फ संजु निवासी खेड़ली गंज अलवर एवं राजू जायसवाल निवासी खेड़ली गंज अलवर है।
अनुराग गर्ग हार्डकोर क्रिमिनल आतिश गर्ग का भाई है। आतिश एक हत्या के मामले में हाई सिक्योरिटी जेल अजमेर में आजीवन कारावास की सजा काट रहा है।
अन्य दो अभियुक्तगण संजय उर्फ संजु और राजू वर्ष 2012 में थाना इलाका विद्याधर नगर में कारित रघुराज सिंह पर फायरिंग की वारदात में लिप्त रहे है।