वाशिंगटन। अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (IMF) ने मुद्रा नियंत्रण उपायों के जरिये भ्रष्टाचार से लडऩे के भारत के प्रयासों का समर्थन किया, लेकिन अर्थव्यवस्था में न्यूनतम गतिरोध का ख्याल रखने पर जोर दिया।
व्यापक भ्रष्टाचार और कर चोरी से निपटने के लिए चौकाने वाले कदम में 500 रुपये और 1,000 रुपये के पुराने नोटों को चलन से बाहर करने के सरकार के निर्णय के बाद पहली बार गुरुवार भारतीय बैंक दोबारा खुले।
IMF के प्रवक्ता गेरी राइस ने कहा, ‘हम भारत में भ्रष्टाचार और अवैध वित्तीय प्रवाह से लडऩे के लिए घोषित उपायों का समर्थन करते हैं। भारत की अर्थव्यवस्था में प्रतिदिन के लेनदेन में नकदी की भूमिका को देखते हुए एक मुद्रा से दूसरी मुद्रा की ओर रुख करने में सावधानी बरतनी होगी जिससे न्यूनतम अवरोध पैदा हो।’