अजमेर। निकटवर्ती ग्राम राजगढ स्थित मसनिया भैरव धाम पर गुरुवार को मनोकामना पूर्ण स्तम्भ का 12वाँ स्थापना दिवस जयकारों के बीच मनाया गया। मंदिर में सवेरे 8.15 पर मनोकामना पूर्ण स्तम्भ पर हवन यज्ञ प्रारम्भ हुआ जिसकी पूर्णाहुती 11.30 बजे हुई, इसके बाद महाआरती व गुरुआरती हुई।
धाम पर उपस्थित विभिन्न धर्मों के धर्मगुरूओं में सोमपुरी महाराज ब्रम्हा महन्त मन्दिर पुष्कर, भूदेव महाराज सवाई भोज आसीन्द, सुखान्त भैया महन्त नारेली जैन तीर्थ, ड़ॉ प्रकाष जैन अध्यक्ष सर्वधर्म मैत्री सघं अजमेर , जनाब गुलाम किबरिया दरगाह शरीफ अजमेर, श्रवण पाराषर अध्यक्ष पुरोहित संघ पुष्कर, नरेष रायता,वी.आई.पी पण्ड़त पुष्कर, सन्यास आश्रम पुष्कर जनाब रजि जाफरी जी दरगाह नसीराबाद ने शिरकत की।
इनके साथ ही सांवरलाल जाट केन्द्रीय जल संसाधन मन्त्री भारत सरकार, औंकार सिंह लखावत, अध्यक्ष पुरातत्व एवं धरोहर , वासुदेव देवनानी षिक्षा राज्य मन्त्री राजस्थान सरकार, अनिता भदेल, राज्य मन्त्री राजस्थान सरकार, कालू लाल गुर्जर मुख्य सचेतक राजस्थान सरकार, रामलाल गुर्जर विधायक आसीन्द, विधायक रामनारायण गुर्जर विधायक नसीराबाद, सुरेश रावत विधायक पुष्कर, कमल बाकोलिया महापौर नगर निगम अजमेर, महेन्द्र सिंह रलावता कांग्रेस शहर जिला अध्यक्ष कांग्रेस अजमेर व बद्रीलाल जाट डेयरी अध्यक्ष चित्तौड एवं प्रतापगढ़ ने धाम पर पहुँचकर बाबा भैरवनाथ एवं गुरूदेव चम्पालाल महाराज से आशर्वाद प्राप्त किया। कार्यक्रम में देशभर से लगभग 2 लाख श्रृद्धालुओं ने मनोकामनापूर्ण स्तम्भ की परिकर्मा कर विशष चिमटी प्राप्त की।
कार्यक्रम के दौरान सर्वधर्म मैत्री संघ एवं अजमेर से नितीन शर्मा व उनके मित्रमण्डल द्वारा गुरूदेवश्री को 551 किलो की माला पहनाकर अभिनन्दन किया। इस अवसर पर गुरूदेवश्री चम्पालाल ने आने वाले समस्त श्रृद्धालुओं से कन्याभ्रूण हत्या रोकने एवं कम से कम एक पेड़ लगाने का आह्वान किया।
इस अवसर पर बोलते हुए गुरूदेवश्री ने समस्त श्रृद्धालुओं को किसी भी प्रकार के नषे से दूर रहने के निर्देष दिए और बताया कि नषा ही नाष का कारण है एवं नषा ही विनाष की जड़ है। इस अवसर पर पधारे हुए समस्त धर्मगुरूओं एवं विषिष्ट अतिथियों द्वारा राजगढ़ भैरव धाम के प्रतिक-चिह्न का विमोचन किया गया