इटावा। समाजवादी पार्टी से 6 साल के लिए निष्काषित प्रो. रामगोपाल यादव सोमवार को एक प्रेसवार्ता के दौरान भावुक हो गए और कहा कि मैं अभी भी सपा का सदस्य हूं। अपने ऊपर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों पर वे मीडिया के सामने ही रो पड़े।
वे सोमवार इटावा में प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित कर रहे थे। सपा के अपने रिश्ते को बताते हुए यादव ने कहा कि मैं समाजवादी पार्टी का संस्थापक सदस्य हूं। अपने भाई शिवपाल यादव पर भड़ास निकालते हुए रामगोपाल ने कहा कि विधानसभा चुनावों के लिए टिकट बंटवारे पर जमकर मनमानी हो रही है।
उन्होंने कहा कि सपा से कई नेताओं को असंवैधानिक तरीके से निकाला गया है। ये बात ठीक नहीं है। जनता यूपी चुनाव में इसका जवाब देगी। अपने ऊपर लगेे भ्रष्टाचार के आरोप पर रामगोपाल ने कहा कि मुझे बेहद तकलीफ हुई, जब मुझ पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए।
उन्होंने कहा कि मुझे कभी भी मंत्री नहीं बनना और न ही मैं ऐसा कुछ चाहता हूं। रामगोपाल ने सपा सुप्रीमो और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष से आग्रह किया है विधानसभा चुनाव अखिलेश यादव के चेहरे पर लड़ा जाए। इसके लिए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष खुद ये घोषित करें। कहा कि अभी भी पार्टी का कोई नुकसान नहीं हुआ है।