मुंबई। आरएसएस मानहानि केस में बुधवार को कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी भिवंडी की अदालत में पेश हुए। पूर्व केंद्रीय गृहमंत्री शिवराज पाटील ने राहुल की जमानत ली। इस मामले की अगली सुनवाई 28 जनवरी को होगी।
जमानत मिलने के बाद राहुल गांधी ने कहा कि वह गांधी जी की विचारधारा के लिए आगे भी लड़ते रहेंगे। मिली जानकारी के अनुसार राहुल गांधी ने भिवंडी में ही वर्ष 2014 में एक रैली को संबोधित करते हुए राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की हत्या और नाथू राम गोडसे पर बयान दिया था।
इस बयान के बाद सुप्रीम कोर्ट ने राहुल गांधी से कहा था कि या तो वो आरएसएस से माफी मांगें या फिर कोर्ट में ट्रायल के लिए तैयार रहें जिस पर कांग्रेस ने कहा था कि राहुल गांधी माफी नहीं मांगेंगे।
इसके बाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने राहुल गांधी के खिलाफ केस दर्ज करवाया था। राहुल गांधी के इस व्यक्तव्य पर आरएसएस की ओर से राहुल के खिलाफ भिवंडी के कोर्ट में मानहानि का मामला दर्ज करवाया गया था।
आरएसएस की ओर से कोर्ट में कहा गया कि राहुल गांधी के बयान से आरएसएस की छवि खराब हुई है।
इसके बाद राहुल गांधी ने मई 2015 में सुप्रीम कोर्ट में इस मामले को समाप्त किए जाने की मांग की थी लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने राहुल गांधी की मांग को ठुकराते हुए भिवंडी कोर्ट में इस मामले का सामना करने के लिए कहा था। इसी मामले में राहुल गांधी 8 सितंबर को भी भिवंडी कोर्ट में पेश हुए थे।
जमानत मिलने के बाद राहुल ने भिवंडी में एक सभा की जिसमे उन्होंने कहा कि मैं गांधीजी की सोच के साथ लड़ाई लड़ रहा हूं क्योंकि गांधीजी की विचारधारा ने देश को आजादी दिलाई।
जिनसे मैं लड़ रहा हूं, वो हिंदुस्तान को झुकाना चाहते हैं यानी मेरी लड़ाई देश को झुकाने वालों की विचारधारा के खिलाफ है। एक तरफ आजादी की तो दूसरी तरफ गुलामी की विचारधारा है।