सूरत। फर्जी पासपोर्ट बनाने के आरोप में गिरफ्तार आतंकी जफर मसूद से रिमांड के दौरान पूछताछ में दो नए नामों का खुलासा हुआ है। इनमें याकुब नाम का एक युवक भरुच और दूसरा उस्मान नाम का शख्स है। पुलिस ने दोनों की खोज शुरू कर दी है।
पुलिस ने बताया कि फर्जी पासपोर्ट बनाने के लिए भरुच निवासी याकुब नाम के युवक ने जफर को 25000 हजार रुपए की मदद की थी। इसके अलावा उस्मान नाम का युवक इस काम में लिप्त था। रिमांड के दौरान पूछताछ में जफर ने दोनों के नाम पुलिस को बताए।
गौरतलब है कि दिल्ली पुलिस के हाथों गिरफ्तार होने के बाद जफर मसूद के पास से चार पासपोर्ट बरामद हुए थे। इनमें से एक पासपोर्ट सूरत से बनाया गया था और वह फर्जी पहचान पत्रों के आधार पर बनाया गया होने का खुलासा होने के बाद सूरत क्राइम ब्रांच ने मामला दर्ज कर फर्जी पासपोर्ट बनाने में मदद करने के आरोप में रांदेर जमादार स्ट्रीट निवासी सैयद परवेज गुरूमियां और कुमार मंजिल निवासी याह्या गुलाम मोहम्मद को गिरफ्तार कर लिया था।
वहीं तिहाड़ जेल में कैद जफर मसूद को वांछित घोषित किया था। शुक्रवार को ट्रान्सफर वारंट से मसूद का कब्जा लेने के बाद पुलिस ने उसे कोर्ट में पेश कर 14 दिन के रिमांड पर सौंपने की मांग की थी। कोर्ट ने 10 दिन का रिमांड मंजूर करते हुए उसे 28 नवंबर तक पुलिस हिरासत में भेजने का आदेश दिया था।