जैसलमेर। असम के आतंकी हमले में शहीद हुए नरपतसिंह राठौड़ को उनके पैतृक गांव लोंगासर में सोमवार को पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।
शहीद नरपतसिंह के पांच वर्षीय बेटे फुलसिंह ने अपने पिता को मुखाग्नि दी। यह दृश्य देख वहां मौजूद हजारों लोगों की आंखे नम हो गई। इस दौरान नरपतसिंह अमर रहे, जब तक सूरज चांद रहेगा नरपतसिंह का नाम रहेगा के नारे लगाए जा रहे थे।
इससे पहले शहीद राठौड़ का शव वायु मार्ग डिब्रुगढ- बागडोगरा, आगरा- दिल्ली होते देर रात एक बजे एएन-32 विमान से जैसलमेर एयरबेस पर पहुंचा। वहां से सोमवार सुबह उनके पैतृक गांव लोंगासर लाया गया।
जैसलमेर हवाई अड्डे पर वायुसेना के स्टेशन कमांडर डी वेदांजना और सेना के अधिकारियों ने पुष्प चक्र अर्पित किए।
राजस्थान सरकार के राजस्व मंत्री अमराराम चौधरी, जैसलमेर विधायक छोटूसिंह भाटी सहित कई अधिकारियों ने पुष्प चक्र अर्पित कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी।