भीलवाड़ा। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत चार दिवसीय प्रवास के तहत गुरूवार सुबह भीलवाडा पहुंचे।
भागवत चार दिन में प्रदेश स्तर की संघ के विविध संगठनों के संगठन मंत्रियों, विभिन्न सेवा प्रकल्पों और संघ के प्रमुख पदाधिकारियों की बैठकों में शामिल होंगे। इस दौरान संघ सहित अनुशांगिक संगठनों के कार्यों का लेखा-जोखा, उनके आने वाले कार्यक्रमों के अलावा राम मंदिर, गौ सेवा जैसे मुद्दों पर भी चर्चा होगी।
सभी संगठन अपने विशेष कार्यक्रमों के बारे में भागवत को विस्तृत जानकारी देंगे। भीलवाड़ा में आरएसएस प्रमुख संघ के हर संगठन के काम की चर्चा करेगें। इसके बाद संघ के संगठन विहिप, विद्या भारती, एबीवीपी, सेवा भारती, भाजपा आदि की बैठक भी होगी।
इसमें इन संगठनों के केवल प्रदेश के संगठन मंत्रियों को बुलाया गया है। सभी संगठन मंत्री अपने-अपने संगठनों के सालभर पहले हुए कार्यों का प्रतिवेदन और आने वाले कार्यक्रमों के बारे में बताएंगे।
संघ के इस चार दिवसीय मंथन शिविर में भागवत संघ से जुड़े विभिन्न अनुशांगिक संगठनों में संगठन मंत्री के रूप में कार्यरत आरएसएस के प्रचारकों और संघ दृष्ठि से राजस्थान क्षेत्र के 65 जिलों के जिला कार्यवाहक, जिला प्रचारक, विभाग प्रचारक, क्षेत्रीय व विभाग पदाधिकारियों से रूबरू होकर संघ की शाखाओं के विस्तार, संघ के सेवा प्रकल्पों सहित तात्कालिक ज्वलंत मुद्दे नोट और राम मंदिर निर्माण जैसे गंभीर विषयों पर विचार-विमर्श कर राजस्थान में संघ की भविष्य की रूपरेखा तैयार करेंगे।
संघ प्रमुख मोहन भागवत अपने चार दिवसीय प्रवास में केवल एक दिन 27 नवम्बर को सार्वजनिक कार्यक्रम में दोपहर ढाई बजे 15 हजार स्वयंसेवकों को संबोधित करेंगे। इसमें भीलवाड़ा जिले की 300 से अधिक आरएसएस शाखाओं के 15 हजार से अधिक स्वयंसेवक अपनी वेशभूषा में एकत्रित होकर शारीरिक प्रदर्शन करेगें।