सबगुरु न्यूज-अहमदाबाद। नोटबंदी के समर्थन को लेकर भले ही प्रधानमंत्री और सरकार कितने ही दावे करें, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी के गृहराज्य की व्यावसायिक राजधानी अहमदाबाद में जगह-जगह नोटबंदी को लेकर लगाए गए बैनर्स और पोस्टर कुछ और ही तस्वीर बयान कर रहे हैं।
अहमदाबाद में हिन्दी और गुजराती में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तस्वीर के साथ नोटबंदी के फायदे और इसमें क्या होगा, इस संबंध में जानकारी दी गई है। पेट्रोल पम्प, प्रमुख चौराहों, बस-स्टैंड समेत कई स्थानों पर किसानों, मजदूरों, महिलाओं आदि को समझाते हुए उनसे जुडे कोट लिखे हुए बैनर्स यहां लगे हैं। सबसे महत्वपूर्ण बात यह थी कि यह पोस्टर्स गुजरात सरकार की बजाय गुजरात भाजपा ने लगवाए हुए हैं।
कालूपुर रेलवे स्टेशन पर ऑटो रिक्शा चालक ने बताया कि यदि लोग नोटबंदी के फैसले से इतने सुखी होते तो यह पोस्टर नहीं लगाने पडते। उसने कहा कि सरकार नोटा ले तो रही है, लेकिन वापस लौटा नहीं रही है। वहीं व्हाट्स पर जुडे एक व्यवसायी को इसके फायदे नुकसान तो नहीं पता, लेकिन वे इस बात से खुश दिखे कि कालाधन खर्च कर रईसी दिखाने वाले भी उनके बराबर आ जाएंगे।
इसी तरह एक प्रमुख होलसेलर ने प्रधानमंत्री के डेबिट कार्ड, चेक, ड्राफ्ट, मोबाइल वालेट से लेनदेने करने की सोच को भारत जैसे देश के लिए अव्यवहारिक बताया। उनका कहना था कि यह शहरी क्षेत्रों में तीस प्रतिशत लोगों तक अपनी पहुंच बना पाएगी और ग्रामीण क्षेत्र में पांच-दस प्रतिशत लोगों तक।
बैंकों में भीड, एटीएम पर ताले
अहमदाबाद में बुधवार रात और गुरुवार सवेरे भी एटीएम पर ताले लगे रहे। कालूपुर रेलवे स्टेशन के सभी एटीएम के शटर गिरे हुए थे। यही हाल पालडी, वासणा, समेत कई इलाकों में दिखी।