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Jaipur Municipal Corporation achievement Zero In two years : Pratap Singh Khachariyawas
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दो साल में जयपुर नगर निगम की उपलब्धि जीरो : प्रताप सिंह खाचरियावास

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दो साल में जयपुर नगर निगम की उपलब्धि जीरो : प्रताप सिंह खाचरियावास
congress leader Pratap Singh Khachariyawas
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जयपुर। कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता प्रतापसिंह खाचरियावास ने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान के नाम पर पूरे देश में आधा प्रतिशत सर्विस टैक्स वसूलने वाली भाजपा सरकार का ही जयपुर नगर निगम दो वर्षों के कार्यकाल में जन-भावनाओं पर बिल्कुल भी खरा नहीं उतरा।

उन्होंने आरोप लगाया कि राजधानी जयपुर में सफाई, रोड लाइट, विकास और स्मार्ट सिटी बनाने का भाजपा का दावा पूरी तरह से खोखला साबित हो रहा है। कांग्रेस प्रवक्ता खाचरियावास ने शनिवार को बयान जारी में भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा।

उन्होंने कहा कि जयपुर में भाजपा को पूर्ण बहुमत मिला हुआ है। दो वर्ष के नगर निगम के कार्यकाल के दौरान राज्य और केन्द्र में भाजपा की सरकार है तथा नगर निगम में बोर्ड भी भाजपा का है, इसके बावजूद राजधानी के सभी 91 वार्ड और 50 लाख से ज्यादा लोग नगर निगम मे व्याप्त भ्रष्टाचार और अकर्मण्यता के कारण गंदगी में रहने को मजबूर हैं।

नगर निगम की सफाई व्यवस्था फेल होने के कारण ही पिछले दो वर्ष में जयपुर में डेंगू, चिकनगुनिया और मलेरिया जैसी बीमारियां फैली और कई लोगों की मौतें हो गई, इसके बावजूद नगर निगम के मेयर और राज्य सरकार को शर्म नहीं आती और वो झूठे आंकडे देकर अपनी पीठ थपथपाने की कोशिश कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि राजधानी की जनता नगर निगम के काम नहीं करने से बहुत ज्यादा परेशान है। ठेकेदार काम छोड़कर भाग गए हैं, इसलिए सरकार के कई सारे प्रोजेक्ट फेल हो गए हैं। भाजपा के पार्षद और मेयर दो वर्षों से आपस में लड़ने में लगे हुए हैं, लेकिन जयपुर की जनता की और विकास कार्यों की सुध लेने वाला कोई नहीं है।

खाचरियावास ने कहा कि स्वायत शासन मंत्री राजपाल सिंह स्वयं जयपुर से होने के बावजूद नगर निगम की मॉनिटरिंग करने में पूरी तरह से विफल रहे हैं। नगर निगम के मेयर अधिकारियों के सामने पूरी तरह से नत-मस्तक नजर आते हैं।

ऐसा लगता है कि नगर निगम में चुनी हुई पूरी सरकार नहीं है बल्कि नगर निगम भ्रष्टाचारियों का अड्डा मात्र बनकर रह गया है। दो वर्षों के नगर निगम के कार्यकाल में पचास हजार से ज्यादा गायों की मौत हिंगोनिया गौशाला में हुई है इसके लिए भाजपा का नगर निगम और भाजपा की सरकार जिम्मेदार है।

इन दो वर्षों में चारे-पानी और ईलाज के अभाव में पचास हजार से ज्यादा गायों की मौत हो गई, भ्रष्टचार भी सामने आ गया और आखिर नगर निगम को गौशाला अक्षयपात्र फाउण्डेशन को सौंपनी पड़ी।