पटना। बिहार विधान सभा की कार्यवाही में भाग लेने के लिए सदन में हाफ पैन्ट और बनियान पहन कर जा रहे भाजपा विधायक विनय बिहारी को सोमवार को सदन के बाहर ही रोक दिया गया।
प्रश्नकाल प्रारंभ होने के बाद नेता प्रतिपक्ष प्रेम कुमार ने विनय बिहारी को सदन में प्रवेश नहीं करने देने के मामले की ओर विधान सभा अध्यक्ष विजय चौधरी का ध्यान आकृष्ट करते हुए कहा कि विनय बिहारी सदन के बाहर धरना पर बैठे हैं।
उन्होंने इस मुद्दे पर अध्यक्ष से हस्तक्षेप करने की मांग की। बाद में भोजनावकाश की घोषणा से पूर्व चौधरी ने सदन को सूचित किया कि विनय बिहारी ने 23 नवम्बर को एक पत्र लिख कर 25 नवम्बर से शुरू हो रहे शीतकालीन सत्र के दौरान सदन की कार्यवाई में हाफ पैन्ट और बनियान पहन कर भाग लेने की अनुमति देने का अनुरोध किया था।
विधान सभा की कार्य संचालन नियमावली 29 ( 1 ) का उल्लेख करते हुए चौधरी ने कहा कि इस नियम के तहत शिष्टतापूर्वक सदन के अन्दर प्रवेश करने का प्रावधान है।
उन्होंने कहा कि हाफ पैन्ट और बनियान में प्रवेश करने से सदन की मर्यादा भंग होगी इसलिए विनय बिहारी को प्रवेश करने से रोका गया। मार्शल द्वारा सदन के अन्दर हाफ पैन्ट और बनियान में प्रवेश करने से रोके जाने का विरोध करते हुए विनय बिहारी सदन के बहार धरने पर बैठ गए।
उल्लेखनीय है कि पिछले तीन साल से वेस्ट चंपारण जिले के अपने विधान सभा क्षेत्र में 44 किमी लंबी सड़क बनवाने की मांग कर रहे हैं जिस पर बिहार सरकार ने अब तक कोई ध्यान नहीं दिया। इस अनदेखी के विरोध में गांधीगिरी करते हुए बिहारी ने 26 अक्टूबर को अपने कपड़े उतार दिए।
अपना कुर्ता उन्होंने केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को भेज दिया और पायजामा राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को। तभी से भाजपा विधायक विनय बिहारी हाफ पैंट और बनियान में घूम रहे हैं।