उदयपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने महाराणा प्रताप के त्याग-तपस्या और गौरव गाथाओं को सम्पूर्ण विश्व में मनुष्यता के प्रचार-प्रसार का मूलाधार बताया है।
सरसंघचालक भागवत सोमवार शाम उदयपुर में प्रताप गौरव केन्द्र के लोकार्पण समारोह में उपस्थित जनों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने महाराणा प्रताप को उत्कृष्ट सुशासन के सूत्रों का महान स्रोत बताया और कहा कि प्रताप के जीवन से प्रेरणा पाकर पूरी दुनिया लाभान्वित हो सकती है।
इस वीर शिरोमणि के व्यक्तित्व और जीवन पर अध्ययन-अनुसंधान की आवश्यकता है। इस अवसर पर भागवत एवं मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने विनायक एवं देवी मूर्तियों को पुष्पहार एवं श्रीफल चढ़ाया तथा रिमोट कन्ट्रोल से लोकार्पण पट्टिका का अनावरण किया।
भागवत ने कहा कि हमें पुरखों के शौर्य-पराक्रम, गौरवशाली इतिहास, स्वाभिमान और स्वत्व के आधार पर खुद को सक्षम बनाना चाहिए तभी हम समाज और देश को कल्याणकारी दिशा प्रदान कर सकते हैं।
महाराणा प्रताप, शिवाजी आदि के उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि सुप्त स्वाभिमान को जगाने के लिए अपने पराक्रमी पूर्वजों के वंशज होने का गर्व करें तथा अपने देश, संस्कृति, धर्म और परंपराओं को जानें।