जोधपुर। मंडोर हलके में सोमवार की दोपहर में एक व्यक्ति के आत्महत्या किए जाने के बाद उसके पुत्र ने बहन व अन्य के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाते हुए पुलिस में प्राथमिकी दर्ज करवाई है।
आत्महत्या करने वाला शख्स अपनी बेटी द्वारा लगाए गए लांछन से आहत था। बेटी ने देहशोषण का आरोप लगाया था। इधर, इस घटना के बाद पिता ने सोमवार को फांसी लगा ली। मंगलवार सुबह परिजन ने शव का पोस्टमार्टम करवाने को तो राजी हो गए लेकिन शव को उठाने से इंकार कर दिया।
काफी समझाइश के बाद शव को उठाया गया। इससे पहले परिजन व समाज के लोगों ने एमजीएच मोर्चरी के बाहर रास्ता रोका और उच्चस्तरीय जांच की मांग की। मृतक के परिजन व समाज के लोगोंं ने पुलिस आयुक्त कार्यालय पहुंच कर ज्ञापन सौंपा।
वहीं मंडोर पुलिस का कहना है कि बेटी के ओर से लगाए गए लांछन प्रकरण में दो दिन पहले ही एफआर लगा दी गई। मगर पीडि़त व मृतक के परिजन को सूचित नहीं किया गया।
सोमवार को मंडोर हलके में एक व्यक्ति के फांसी लगाए जाने की सूचना पर पुलिस को सूचित किया और पुलिस ने कार्रवाई बाद शव पोस्टमार्टम के लिए एमजीएच की मोर्चरी में पहुंचाया जहां पर मंगलवार को उसका पोस्टमार्टम करवाया गया।
मृतक के पुत्रों का आरोप है कि कुछ माह पूर्व अपने काका सोहन सिंह के एक पुत्र के खिलाफ पॉक्सो एक्ट में हकीकत के चलते पीडि़ता के पक्ष में गवाही दी थी।
इसी बात को लेकर सोहन सिंह और उसके पुत्रों महिपाल और महेन्द्र ने उनसे रंजिश रखनी शुरू कर दी और साजिश रचकर उनकी बड़ी बहन को बहला फुसलाकर अन्यत्र शादी करवा दी।
इस घटना के बाद एक तरफ जहां सोहन सिंह और उसके परिजनों ने उसको समाज में बदनाम करना शुरू कर दिया और बाद बहन को अपने पक्ष में करके उसके पिता के खिलाफ मंडोर थाने में पॉक्सो एक्ट में ही देहशोषण का मुकदमा दर्ज करवा दिया।
पुलिस ने जब मामले की जांच की तो मामला झूठा पाया जाने पर एफआर लगा दी। लेकिन आरोपी सोहनसिंह और उसके पुत्रों ने उसके पिता और परिजनों को परेशान करने और बदनाम करने में कोई कमी नहीं रखी और बाद में भी वे धमकियां देते रहे जिसके चलते परेशान होकर उसके पिता ने आत्महत्या कर ली।