अहमदाबाद। मोदी सरकार द्वारा पांच सौ और एक हजार रूपए के नोट बंद करने के बाद धन कुबेर दिनों दिन बाहर आ रहे है। पंजाब के मोहाली मे भाई-बहन द्वारा नए 2000 रूपए के नोट छापने और बेंगलूरू में चार करोड़ से अधिक नकदी पकडऩे के बाद अब आयकर विभाग ने आज अहमदाबाद आधारित उस प्रॉपर्टी डीलर के कार्यालय एवं आवासीय परिसरों की तलाशी ली जिसने सरकार की आय घोषणा योजना के तहत 13,860 करोड़ रूपएकी अघोषित आय का खुलासा किया था।
आयकर विभाग के अधिकारियों ने महेश शाह के परिसरों के अलावा उनकी चार्टर्ड अकाउंटेंट कंपनी ‘अप्पाजी अमीन एण्ड कम्पनी ’ के परिसरों पर भी तलाशी ली।
हालांकि विभाग की ओर से इस तलाशी के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है, लेकिन शाह के सीए तहमुल सेठना ने मीडिया को बताया कि उनके मुवक्किल (महेश शाह के दोस्तों) से जुड़े लोगों के परिसरों सहित कई स्थानों पर तलाशी ली गई है।
कई बार प्रयास किए जाने के बावजूद आयकर विभाग के अधिकारियों से संपर्क स्थापित नहीं हो पाया है। सेठना ने आज बताया कि तलाशी अभियान 29 नवंबर, 30 नवंबर और एक दिसंबर को चलाया गया। उनके मुताबिक तलाशी के बाद से शाह के बारे में पता नहीं चल पाया है।
अपने बयान में सेठना ने दावा किया कि शाह ने आय घोषणा योजना के तहत 13,860 करोड़ रूपये के नकद होने का खुलासा किया था। यह योजना बीते 30 सितंबर को खत्म हो गई।
सेठना ने कहा, ‘शाह 2013 से मेरे संपर्क में थे और अतीत में कई बार उन्होंने हमारी सलाह ली। वह मेरे नियमित ग्राहक नहीं थे। वह मुख्य रूप से जमीन के कारोबार से जुडे हुए थे। जब आय घोषणा योजना आई तो मैंने उनको खुलासा करने को कहा। वह करीब 67 साल के हैं और कुछ हृदय संबंधी बीमारियों की वजह से वह अस्वस्थ चल रहे थे।’