नई दिल्ली। भाजपा ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की भारतीय सेना को लेकर की गई टिप्पणी पर की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि भारतीय सशस्त्र सेनाओं पर आरोप लगाना अत्यन्त निन्दनीय एवं आपत्तिजनक है।
पार्टी ने कहा है कि ममता कालेधन के नुकसान की बौखलाहट सेना पर न निकालें। पश्चिम बंगाल के राज्य सचिवालय नबन्ना भवन के पास टोल प्लाजा पर सेना के जवानों की तैनाती को ममता बनर्जी ने तख्ता पलट का प्रयास करार दिया है।
भाजपा के राष्ट्रीय मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने शुक्रवार को यहां कहा कि नोटबंदी से ममता को विभिन्न चिटफंड कम्पनियों के माध्यम और तृणमूल कांग्रेस द्वारा संरक्षित सिंडिकेटों की अवैध गतिविधियों से कमाए गए करोड़ों रूपए के कालेधन का नुकसान हुआ, इससे वह बौखला गई हैं और वह ऐसे गंभीर आरोप लगा रही हैं।
उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्य की बात है कि भारतीय सेना को यह प्रमाण देना पड़ा कि उन्होंने अपनी नियमित ड्रिल के बारे में पश्चिम बंगाल प्रशासन को बहुत पहले ही सूचित कर दिया था। फिर भी ममता ने मात्र यह साबित करने के लिए एक षड्यन्त्र रचने का फैसला किया कि उनके द्वारा नोटबंदी का विरोध जायज है और मोदी सरकार गैर-लोकतान्त्रिक तरीके से व्यवहार कर रही है।
सिंह ने कहा कि यह ममता की राजनीतिक दृष्टि से सबसे ओछी हरकत है जिसके लिए उन्हें भारतीय सेना से और उनके सांसदों को संसद को ठप्प करने के लिए राष्ट्र से माफी मांगनी चाहिए।