जयपुर। प्रदेश के जंगलों में अब महिलाएं जंगली जानवरों की रक्षा करेंगी। इसके लिए महिला वनरक्षकों की एक यूनिट तैयार की गई है।
इस यूनिट को सीआरपीएफ ने तैयार किया है। इन महिला वनरक्षकों की तैयारी सेना के कमांडो जैसी बताई जा रही है। यूनिट में 302 महिला वन रक्षक हैं।
तीन महीने के प्रशिक्षण के दौरान इन महिलाओं को चीते सी फुर्ती और बाज जैसी आक्रामकता सिखाई गई है। साथ ही अत्याधुनिक हथियारों का भी प्रशिक्षण दिया गया है।
इसी के साथ इन महिला वनरक्षकों को जंगल में रहने और बिना हथियारों के जंगली जानवरों की तस्करी करने वालों से मुकाबला करने का प्रशिक्षण भी दिया गया है।
राजस्थान सरकार ने वन रक्षकों की पहली महिला यूनिट को सीआरपीएफ से प्रशिक्षण दिलवाने का विचार उस समय किया था जब सीआरपीएफ ने नक्सली इलाकों के लिए अपनी पहली महिला बटालियन को अजमेर के सीआरपीएफ ग्रुप केंद्र पर प्रशिक्षण दिया था।
बाद में सरकार और सीआरपीएफ के मध्य हुए एक एमओयू हुआ जिसके आधार पर 302 महिला वन रक्षकों की पहली यूनिट को यहां प्रशिक्षण दिया गया।