वाराणसी। भारत रत्न मरहूम शहनाई सम्राट उस्ताद बिस्मिल्लाह खां की बेशकीमती पांच शहनाई चोरी मामले में सोमवार को चौक पुलिस छानबीन के क्रम में उस्ताद के घर में जांच पड़ताल के बाद पुछताछ में जुटी रही।
सूत्र बताते हैं कि चांदी जड़ी शहनाई चोरी होने में घर के किसी सदस्य या परिचित के शामिल होने से इन्कार नहीं किया जा सकता। इसकी वजह यह है कि पूर्व में भी दो बार शहनाई चोरी हुई लेकिन घर में ही मिल गई। हालांकि इस मामले का खुलासा न होने से मामला दबा रह गया। या फिर हो सकता है कि शहनाई सही में चोरी हुई हो।
पुलिस सभी संभावनाओं पर छानबीन कर रही है। गौरतलब हो कि उस्ताद के आवास चाहमामा चौक से बीते रविवार की देर शाम फिर शहनाई चोरी हो गई। इसकी जानकारी परिजनों को हुयी तो उस्ताद के बेटे काजिम हुसैन ने मध्यरात्रि में ही चौक थाने पहुंचकर शहनाई चोरी होने की सूचना दी।
इसकी जानकारी मिलते ही पुलिस उनके मकान पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी। इसके पहले भी वर्ष 2009 व सितंबर 2014 में भी उस्ताद की शहनाई चोरी होने पर हंगामा मचा था। उस्ताद बिस्मिल्लाह खां के बेटे काजिम हुसैन ने बताया कि अब्बा की चार शहनाई चांदी की और मोहर्रम की आठ तारीख को बजाई जाने वाली एक लकड़ी की भी शहनाई चोरी हो गई।
चांदी के शहनाइयों में से एक कपिल सिब्बल, दूसरी लालू प्रसाद यादव, तीसरी पूर्व प्रधानमंत्री नरसिंहा राव और चौथी शैलेश भगत ने दी थी।
एसएसपी नितिन तिवारी ने बताया कि सीओ दशाश्वमेध व चौक प्रभारी को मौका मुआयना कर कार्रवाई करने के लिए निर्देशित करने के साथ क्राइम ब्रांच को भी लगाया गया है। उस्ताद के परिजनों के अनुसार शहनाई वादक उस्ताद बिस्मिल्लाह खां आखिरी सांस तक सोते जागते शहनाई पास रखते थे।