अजमेर। राजस्थान राज्य एवं अधीनस्थ सेवाएं संयुक्त भर्ती परीक्षा 2013 में भरतपुर के अनिल कुमार सिंघल ने 522 अंकों के साथ टॉप किया। वहीं 518 अंक प्राप्त कर जयपुर के यदु भारद्वाज दूसरे स्थान पर रहे। महिला अभ्यर्थियों में देवयानी 505 अंक प्राप्त कर अव्वल रही हैं।
123 अभ्यर्थियों का परिणाम रोका गया
राजस्थान लोक सेवा आयोग ने मंगलवार को अंतिम दौर के साक्षात्कार के बाद देर रात आरएएस भर्ती 2013 का अंतिम परिणाम घोषित किया। राज्य सेवा के 346, अधीनस्थ सेवाओं के 644 पदों सहित 990 पदों के लिए आयोजित आरएएस भर्ती 2013 के अंतिम परिणाम में 2,352 अभ्यर्थियों की वरियता सूची जारी की। आयोग ने हाईकोर्ट में याचिका विचाराधीन होने के कारण 123 अभ्यर्थियों का परिणाम रोका है।
दादाजी से मिली प्रेरणा
सांगानेर की बगरेट कॉलोनी निवासी यदू भारद्वाज ने सफलता का श्रेय माता पिता को दिया। अफसर बनने की प्रेरणा दिवंगत दादाजी से मिली थी। बिट्स पिलानी से बीटेक किया था। 2010-12 में आरएएस परीक्षा दी लेकिन सफल नहीं रहे। इस दौरान कर्मचारी चयन आयोग के माध्यम से इनकम टेक्स निरीक्षक बने। फिलहाल दिल्ली में प्रोविडेंड फंड कमिश्नर की ट्रेनिंग कर रहे हैं।
साढ़े तीन साल बाद बनेंगे अफसर
बता दें राजस्थान राज्य एवं अधीनस्थ सेवाएं संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा 2013 के अभ्यर्थियों को साढ़े तीन साल के इंतजार के बाद अफसर बनने का मौका मिला है। राजस्थान लोक सेवा आयोग के इतिहास में आरएएस परीक्षा का सबसे लंबा सफर रहा है। राज्य और अधीनस्थ सेवाओं में चयनित अभ्यर्थियों को अब 2017 में नियुक्ति मिलेगी।
आरएएस प्री 2013 के 29 नवम्बर को घोषित परिणाम में सामान्य, अन्य पिछड़ा वर्ग और अनुसूचित जनजाति की कटऑफ समान रही। सामान्य, ओबीसी और एसटी की कटऑफ 63.40 अंक रही थी। 18 फरवरी को घोषित परिणाम में भी सामान्य, ओबीसी और एसटी की कटऑफ एक समान 60.48 अंक रही थी।
एसबीसी-ओबीसी की कट ऑफ से विवाद
आरएएस मुख्य परीक्षा के परिणाम में अन्य पिछड़ा वर्ग और विशेष पिछड़ा वर्ग की कटऑफ सामान्य से अधिक रही। सामान्य की कटऑफ 350 अंक रही। ओबीसी की कट ऑफ 381 और एसबीसी की कट ऑफ 364 अंक रही। आरपीएससी की ओर से सामान्य वर्ग के 350 अंक के अभ्यर्थियों को साक्षात्कार के लिए पात्र घोषित करने, जबकि ओबीसी के 381 और एसबीसी के 364 प्राप्तांक वाले अभ्यर्थियों को ही साक्षात्कार के लिए पात्र घोषित करने पर मामला उच्च न्यायालय पहुंचा। उच्च न्यायालय ने सामान्य वर्ग के समान ओबीसी और एसबीसी के भी 350 तक प्राप्तांक वाले अभ्यर्थियों को भी साक्षात्कार में आमंत्रित करने का आदेश दिया।
145 अभ्यर्थियों के परिणाम रोके
– आयोग ने कुल 145 अभ्यर्थियों के परिणाम रोके हैं।
– इनमें से 123 के परिणाम कोर्ट के आदेश पर और 22 अभ्यर्थियों के परिणाम आयोग के निर्णय पर प्रशासनिक कारणों से रोके हैं।
– इन सभी के रोल नंबर भी जारी किए गए हैं।
– 2027 अभ्यर्थी साक्षात्कार के लिए चयनित हुए थे।
– 600 अभ्यर्थी कोर्ट के आदेश पर और शामिल हुए।
– 10 अगस्त से चल रहे थे इंटरव्यू।
– 2352 अभ्यर्थियों की मेरिट सूची जारी की गई।
– इनमें से 123 के परिणाम कोर्ट के आदेश पर और 22 अभ्यर्थियों के परिणाम आयोग के निर्णय पर प्रशासनिक कारणों से रोके हैं।
– इन सभी के रोल नंबर भी जारी किए गए हैं।
– 2027 अभ्यर्थी साक्षात्कार के लिए चयनित हुए थे।
– 600 अभ्यर्थी कोर्ट के आदेश पर और शामिल हुए।
– 10 अगस्त से चल रहे थे इंटरव्यू।
– 2352 अभ्यर्थियों की मेरिट सूची जारी की गई।