चेन्नई। जाने माने पत्रकार एवं प्रख्यात राजनीतिक विश्लेषक ‘चो’ रामास्वामी का लंबी बीमारी के बाद बुधवार सुबह अपोलो अस्पताल में निधन हो गया। वह 82 साल के थे। उनके परिवार में पत्नी, एक बेटी और एक बेटा है।
82 वर्षीय राजनीतिक विश्लेषक रामास्वामी को लोग प्यार से ‘चो’ के नाम से बुलाते थे। वह सबसे लंबे समय तक चलने वाली तमिल पत्रिका ‘तुगलक’ के संस्थापक-संपादक होने के साथ-साथ 1999 से 2005 तक राज्य सभा के सदस्य भी थे।
वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और तमिलनाडु की दिवंगत मुख्यमंत्री जयललिता के काफी करीबी थे। सांस की तकलीफ के कारण पिछले कुछ दिनों से उनका ईलाज अपोलो अस्पताल में चल रहा था।
पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि सुबह हृदयगति रुकने के कारण उनका निधन हो गया। उनके पार्थिव शरीर को एमआरसी नगर स्थित उनकेे आवस पर रखा गया है जहां कई जानी मानी हस्तियों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।
रामास्वामी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बेहद खास थे। पिछले वर्ष अगस्त में राष्ट्रीय हथकरघा दिवस समारोह के लिए यहां पहुंचे मोदी खुद उनसे मिलने गए और उनकी स्वास्थ्य की स्थिति के बारे में जानकारी ली।
मोदी और जयललिता के अलावा दविड़ मुन्नेत्र कषगम (द्रमुक) प्रमुख एम करुणानिधि सहित कई शीर्ष राजनीतिक नेताओं के वह करीबी थे। तमिलनाडु के साहित्यिक हलकों में वह काफी लोकप्रिय थे तथा राजनीतिक मुद्दों के बारे में वह निष्पक्ष मूल्यांकन और निडरता से अपनी पत्रिका में अपने दृष्टिकोण को प्रकाशित करने के लिए जाने जाते थे।
पत्रकार और राजनेता के अलावा ‘चो’ को फिल्मों में काम के लिए भी जाना जाता है। उन्होंने एमजीआर, शिवाजी गणेशन, जय शंकर और रजनीकांत जैसे अभिनेताओं के साथ 89 फिल्मों में अभिनय किया है।
फिल्म की हर विधा में वह माहिर थे। अभिनय के साथ वह संपादक, संवाद लेखक, फिल्म निर्देशक और नाटककार भी थे। वह एक वकील भी थे और उन्हें धार्मिक और धर्मार्थ कार्यों के लिए भी जाना जाता था।