जयपुर। राजस्थान के गुर्जरों समेत पांच अन्य जातियों को आरक्षण दिलाने की मांग को लेकर देशभर के गुर्जर 15 जनवरी 2017 को दिल्ली के जंतर- मंतर पर जुटेंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को ज्ञापन देकर समाज को न्याय दिलाने की गुहार लगाएंगे।
हिन्दू और मुस्लिम गुर्जर मिलकर प्रदर्शन करेंगे। अखिल भारतीय गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामवीरसिंह बिधूड़ी ने बुधवार को पत्रकारों से चर्चा के दौरान यह जानकारी दी।
राजस्थान हाईकोर्ट द्वारा एसबीसी को पांच प्रतिशत आरक्षण रद्द किए जाने लिए राज्य सरकार को दोषी ठहराया। उन्होंने कहा कि सरकार केन्द्र सरकार से बातचीत करके आरक्षण बिल को संविधान की नौवीं अनुसूची में शामिल करवा दिया जाता तो यह रद्द नहीं होता। सरकार ने घोर लापरवाही की है। समाज के साथ विश्वासघात किया है।
आखिर सरकार तीन साल तक क्या करती रही। उन्होंने कहा कि समाज आरक्षण के लिए विगत दस सालों से संघर्ष कर रहा है। 72 लोगों को जान गंवानी पड़ी हजारों लोग जेल गए लेकिन गुर्जर समाज को आज भी न्याय नहीं मिला।
राजस्थान से कर्नल किरोड़ीसिंह बैंसला के प्रदर्शन में शामिल होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि गुर्जर समाज का प्रदर्शन है, सभी को बुलाया जाएगा। बिदूड़ी ने राज्य की भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में वादा किया था कि एसबीसी को पांच प्रतिशत आरक्षण दिलाकर इसे नौवीं अनुसूची में शामिल किया जाएगा।
लेकिन सरकार ने अपना वादा नहीं निभाया। उन्होंने कहा कि वर्ष 2008 में सरकार और गुर्जर समाज के बीच समझौते के दौरान भी मैंने मांग की थी कि हमें आरक्षण 50 प्रतिशत के अंदर ही दिया जाए।
सरकार को फॉर्मूला दिया था। इसके अनुसार राज्य में 49 प्रतिशत आरक्षण है। इसमें 1 प्रतिशत और ओबीसी कोटे में से 4 प्रतिशत इस प्रकार एसबीसी को 50 प्रतिशत के अंदर ही पांच प्रतिशत आरक्षण मिल जाता।