अब हायर एजुकेशन के लिए यूनिवर्सिटीज में फैकल्टी मेंबर्स बाहर से नहीं आएगी। यूजीसी ने अपने ‘फैकल्टी रिचार्ज प्रोग्राम’ के लिए एप्लीकेशन लेना बंद कर दिया है।
देश भर की कुछ यूनिवर्सिटीज से इस प्रोग्राम को लेकर कुछ शिकायते मिली थी। खासकर जिनमे से फैकल्टी मेंबर को सैलेरी देने को लेकर थी। 9 नवम्बर को हुई मीटिंग के बाद ये फैसला लिया गया जिसके बाद एप्लीकेशन लेना ही बंद कर दिया गया।
इससे पहले 2 सितंबर की मीटिंग में बेसिक साइंटिफिक रिसर्च पर बनी एम्पावर्ड कमिटी ने फैसला लिया था कि इस प्रोग्राम को बंद कर दिया जाएगा। 2011 में यूजीसी ने फैकल्टी रिचार्ज प्रोग्राम शुरू किया था।
इसके नैशनल कॉर्डिनेटर की ओर से यूजीसी की वेबसाइट में बताया गया है कि एम्पावर्ड कमिटी की 77वीं मीटिंग में लिए गए फैसले के तहत यूजीसी-एफआरपी के लिए नई ऐप्लिकेशन नहीं ली जा रही हैं।