मुंबई। काबिल और रईस के टकराव को लेकर जबसे राकेश रोशन ने रईस की टीम, खासतौर पर शाहरुख खान को लेकर अनैतिक होने की बात कही है, तब से बॉलीवुड इन दोनों बड़ी फिल्मों के टकराव को लेकर दो खेमों में बंटा नजर आ रहा है।
शाहरुख खान की राज ठाकरे से मुलाकात ने इस बंटवारे को और ज्यादा तीखा कर दिया है। बॉलीवुड का एक तबका शाहरुख खान और राज ठाकरे की इस मुलाकात से खफा है और खुलकर राकेश रोशन के साथ मैदान में आ गया है।
इस तबके में सबसे आगे अजय देवगन खड़े नजर आ रहे हैं, जो परंपरागत रुप से शाहरुख खान के विरोधी रहे हैं। दिलचस्प बात ये है कि अजय देवगन को राकेश रोशन ने करण अर्जुन में शाहरुख खान के साथ कास्ट किया था।
अजय ने शूटिंग शुरु होने से कुछ दिनों पहले अचानक करण-अर्जुन में काम करने से मना कर दिया, तो शाहरुख खान ने अपने दोस्त सलमान को करण-अर्जुन में काम करने के लिए राजी किया था।
अजय ने फिर कभी राकेश रोशन की किसी फिल्म में काम नहीं किया। अजय देवगन ने राकेश रोशन की नैतिकता वाली दलील को सही माना है।
अजय के अलावा अक्षय कुमार, सुनील शेट्टी, संजय दत्त, मुकेश भट्ट, राकेश मेहरा, संजयलीला भंसाली, तिग्मांशु धूलिया, राजकुमार संतोषी, डेविड धवन, टी सीरिज के भूषण कुमार, वीनस के रतन जैन (जो शाहरुख खान के साथ बाजीगर और बादशाह फिल्में बना चुके हैं) जैसे दिग्गज फिल्म मेकर मानते हैं कि राकेश रोशन के साथ ज्यादती हुई है और शाहरुख ने रईस के लिए राज्य सरकार से पहले राज ठाकरे के पास जाकर गलती की है।
दूसरी ओर शाहरुख खान का कैंप उनके साथ मजबूती से टिका है। करण जौहर से लेकर यशराज, सलमान खान, सैफ अली खान, साजिद नडियाडवाला को लगता है कि दो बड़ी फिल्मों का एक साथ रिलीज होना कोई नहीं बात नहीं है। अब तो ये सामान्य होता जा रहा है, जिसे सही भावना से स्वीकार करने की जरुरत है।
इस कैंप का कहना है कि राकेश रोशन की प्रतिक्रिया ओवर थी। शाहरुख खान के समर्थक एक युवा निर्देशक ने याद दिलाया कि काबिल से रईस के टकराव को टालने के लिए शाहरुख खुद राकेश रोशन से मिलने गए थे और उन्होंने राकेश रोशन को प्रस्ताव भी दिया था कि कैसे ये टकराव टाला जा सकता है, लेकिन उनके सारे प्रस्तावों को खारिज कर दिया गया।
राकेश रोशन चाहते, तो कोई रास्ता निकल सकता था। शाहरुख ने कभी अपनी ओर से विकल्प बंद नहीं किए थे। इस समर्थक ने याद दिलाया कि खुद राकेश रोशन ने पहले कई बार दूसरी फिल्मों के साथ अपनी फिल्मों को रिलीज किया।
इस टकराव में तटस्थ रहने वाले एक कलाकार ने निजी रुप से माना कि दो बड़ी फिल्मों का टकराव अब कोई मुद्दा ही नहीं रहा है, लेकिन अगर दोनों चाहते, तो इसे विवाद बनाने की जगह मिलकर ऐसा रास्ता निकाल सकते थे, जिससे हल निकल आता, लेकिन अब ये टकराव मीडिया में प्रचार का हथकंडा बन चुके हैं, इसलिए इसे विवाद के तौर पर पेश किया जाता है। रईस और काबिल के टकराव में भी यही हो रहा है, क्योंकि विवाद के नाम पर मीडिया में सुर्खियां मिल रही हैं।