फिरोजबाद। नोटबन्दी के खिलाफ लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन पर कागज फेंक चर्चाओं में आये समाजवादी पार्टी के सांसद अक्षय यादव ने एक बार फिर संसद में कागज फाड़ने की बात कही है।
उन्होंने कहा कि जनता की आवाज नहीं सुने जाने पर वह दोबारा संसद में कागज फाड़ेंगे। सांसद अक्षय ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नोटबन्दी के फैसले की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि यह फैसला आर्थिक इमरजैंसी जैसा है।
सपा सांसद ने यहां आरोप लगाया कि भाजपा के नेताओं को नोटबन्दी के फैसले की पहले से ही खबर थी। इस वजह से उन्होंने अपने नोट पहले ही बदलवा लिए थे। अक्षय ने कहा कि नोटबन्दी का असर सिर्फ आम जनता पर ही पड़ रहा है और वह बेहद परेशान हो चुकी है।
उन्होंने कहा कि जनता के हित में अगर मुझे दोबारा संसद में कागज फाड़ना पड़ा, तो मैं जरूर करूंगा, भले ही इसे अनुशासनहीनता क्यों न समझा जाए।
सपा के राष्ट्रीय महासचिव प्रो. रामगोपाल के बेटे अक्षय यादव फिरोजाबाद से सांसद हैं और उन्होंने विगत 24 नवम्बर को नोटबन्दी के खिलाफ सदन में विपक्ष के हंगामें और नारेबाजी के दौरान सदन की अध्यक्ष सुमित्रा महाजन के आसन के पास कागज के टुकड़े फेंके थे। लोकसभा अध्यक्ष ने इस पर कड़ा ऐतराज जताते हुए सदन की कार्यवाही स्थगित भी कर दी थी।