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वजह तुम हो : कमजोर कहानी, हॉट मसालों की भरमार

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वजह तुम हो : कमजोर कहानी, हॉट मसालों की भरमार
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रेटिंग 2-स्टार मुख्य कलाकार- शरमन जोशी, सना खान, गुरमीत चौधरी, रजनीश दुग्गल, शर्लिन चोपड़ा बैनर- टी सीरिज निर्माता- भूषण कुमार, किशन कुमार निर्देशक- विशाल पांड्या कहानी- समीर अरोड़ा पटकथा- समीर चोपड़ा-विशाल पांड्या संवाद- विराग मिश्रा कैमरामैन- प्रकाश कुट्टी

एडीटर-मनीष मोरे डांस-डायरेक्टर- शबीना खान एक्शन डायरेक्टर- अब्बास अली गीतकार- मनोज मुंंतासिर संगीतकार- मिथुन, मीत ब्रदर्स गायक- तुलसी कुमार, अरिजित सिंह, नेहा कक्कर, अरमान मलिक और अल्तफमाश फरीदी

मुंबई। हेट स्टोरी-2 और हेट स्टोरी-3 के निर्देशक विशाल पंड्या ने अपनी नई फिल्म वजह तुम हो में वही सब मसाले रखे हैं, जिनको वे अपनी पिछली फिल्मों में इस्तेमाल करते आए हैं।

कहानी से ज्यादा फोकस हॉट सीनों पर किया गया है, जिससे मसालेदार फिल्मों के दर्शक खुश हो सकें, लेकिन इस चक्कर में फिल्म का बेड़ा गर्क हो गया। चूंकि ये सस्पेंस-थ्रिलर के फॉरमेट में बनी है, इसलिए कहानी को लेकर बहुत ज्यादा बातें नहीं की जा सकती।

कहानी मुंबई की है, जहां एक चैनल पर जब एक मर्डर का लाइव टेलीकास्ट होता है, तो पुलिस हरकत में आ जाती है। पुलिस इंस्पेक्टर कबीर देशमुख (शरमन जोशी) टेलीकास्ट करने वाले चैनल के सीईओ राहुल ओबेराय (रजनीश दुग्गल) पर दायरा कसती है। केस अदालत में पंहुचता है।

चैनल की ओर से सिया (सना खान) और पुलिस की ओर से रणबीर (गुरमीत चौधरी) वकीलों के तौर पर इस केस की कानूनी जंग का हिस्सा बनते हैं। फिल्म की स्टोरी में दम था।

आइडिया अच्छा था, जिस पर एक अच्छी क्राइम थ्रिलर बनने का स्कोप था, लेकिन अगर ऐसा नहीं हो सका, तो इसलिए कि मंशा एक इरोटिक ड्रामा फिल्म बनाने का था, जिसमें रोमांस के नाम पर हॉट सीनों को डाला जा सके और इसी मंशा ने फिल्म को कहानी के स्तर पर बहुत कमजोर कर दिया।

ऐसा भी कहा जा सकता है कि लंबे-लंबे हॉट सीनों को रखने के लिए इनको एक कहानी में रखा गया। इससे ज्यादा न सोचा गया, न किया गया। कहानी के स्तर पर ये बेहद लचर कहानी है, जो शुरु से आखिर तक डांवाडोल रहती है।

ये फिल्म कहने के लिए सस्पेंस थ्रिलर फॉरमेट में बनाई गई है, लेकिन कलाकारों का चयन एक्टिंग के लिए नहीं हुआ। फिर भी शरमन जोशी अपने किरदार में बेहतर नजर आए। सना खान ने पूरी फिल्म में हॉट दिखने और हॉट बने रहने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी, तो गुरमीत चौधरी का ध्यान भी इन सीनों से बाहर नहीं गया।

जहां एक्टिंग का मौका था, वहां सना और गुरमीत तो बेहद कमजोर साबित हुए। इन दोनों की संवाद अदायगी बेहद खराब है। रजनीश दुग्गल भी ज्यादा कुछ नहीं कर पाए।

निर्देशन हेट-2 और हेट-3 में अपना टैलेंट दिखा चुके विशाल पंड्या से निर्देशक के तौर पर कोई उम्मीद ही नहीं थी कि वे कभी कोई अच्छी फिल्म बनाने की कोशिश कर भी सकते हैं। विशाल पंड्या का निर्देशन उन फिल्मों के लिए ही होता है, जिनको सिर्फ हॉट फिल्मों के तौर पर बनाया जाता है।

इस मामले में विशाल पंड्या को जरुर टैलेंटेड कहा जा सकता है। गीत-संगीत ये फिल्म का अच्छा हिस्सा है और वो इसलिए कि ये एक म्यूजिक कंपनी की फिल्म है और म्यूजिक कंपनी की टीम ने गीत-संगीत में मेहनत की।

नेहा कक्कर की आवाज में फिल्म कांटे के माही वे (मलाइका अरोड़ा खान) गाने को रीमिक्स किया और ये प्रयोग काफी हद तक अच्छा रहा। इसके अलावा टाइटल सांग भी सुनने में अच्छा लगा। तकनीकी पहलू- फिल्म के तकनीकी पहलू अच्छे हैं।

खास तौर पर फिल्म की सिनेमाटोग्राफी, लेकिन एडीटिंग कमजोर रही। खास तौर पर दूसरे हाफ में बेहतर एडीटिंग की जरुरत थी। एक्शन की ज्यादा गुंजाइश नहीं थी। कोरियोग्राफी को फिल्म की थीम के हिसाब से अच्छा कहा जाएगा।

फिल्म की सबसे बड़ी खूबी- सना खान का हॉट अवतार, गुरमीत के साथ उनकी कैमिस्ट्री और म्यूजिक फिल्म की कमजोरी- कमजोर लेखन और कमजोर निर्देशन बॉक्स ऑफिस- फिल्म का बजट 30 करोड़ बताया गया है, हालांकि इतना लगता नहीं।

नोटबंदी के दौर में इस फिल्म को सिर्फ मल्टीप्लेक्स का ही भरोसा बचा है। वैसे ये फिल्म सिंगल थिएटरों के दर्शकों के लिए ज्यादा मसालों से भरपूर है, लेकिन मौजूदा हालात अलग हैं।

उम्मीद की जा रही है कि फिल्म पहले वीकंड में 20 करोड़ के आसपास कमा सकती है। ये फिल्म के नाम पर फिल्म नहीं है। ये फिल्म के नाम पर एक हॉट ड्रामा है, जिसे युवा दर्शकों खास तौर पर प्रेमी युगलों के लिए डिजाइन किया गया है।

अच्छे संगीत और हॉट सीनों की बदौलत आम दर्शकों को ये फिल्म खींच सकती है, लेकिन अच्छी कहानी की तलाश वाले इस फिल्म से दुखी होंगे। बहुत ज्यादा कामयाबी के चांस नहीं लगते।