शाहजहांपुर। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने शनिवार को शाहजहांपुर में परितर्वन रैली में सूबे में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी सहित कांग्रेस और बसपा पर जमकर हमला बोला।
उन्होंने अखिलेश यादव सरकार में राज्य का विकास पूरी तरह ठप होने का आरोप लगाया। शाह ने कहा कि मुख्यमंत्री होने के कारण उन्हें यूपी के विकास की बात करनी चाहिए लेकिन वह नोटबन्दी की ही बात कर रहे हैं।
यूपी में सबसे तेज दिमाग वाला युवा है, सबसे ज्यादा मेहनतकश मजदूर हैं, लेकिन फिर भी प्रदेश का विकास नहीं हो पाया, क्योंकि यूपी कभी चाचा-भतीजे तो कभी बुआ-भतीजे में फंस जाता है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता ने सपा सरकार को पूर्ण बहुमत दिया, इसलिए सरकार इस बात का हिसाब दे कि उसने क्या किया।
परिवर्तन यात्रा का मकसद यूपी को बदलना अमित शाह ने कहा कि परिवर्तन रैली मुख्यमंत्री बदलने के लिए नहीं बल्कि प्रदेश को बदलने के लिए है। हम चाहते हैं कि यहां के युवाओं को उनके जनपद में ही रोजगार मिले, जिससे वह अपने परिवार के साथ रह सके।
उन्होंने रैली में आए लोगों से कहा कि यूपी को विकास के रास्ते पर लाना है तो भाजपा को दो-तिहाई बहुुमत दें, जिस तरह से वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा को पूर्ण बहुमत दिया था।
इस मौके पर शाह ने 80 लोकसभा सीटों में से 73 सीटों पर भाजपा को जिताने के लिए यूपी की जनता को धन्यवाद भी दिया। उन्होंने कहा कि अगर आज केन्द्र में भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार है, तो इसमें पूरा योगदान उत्तर प्रदेश के लोगों का है।
भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि केन्द्र सरकार यूपी का विकास करना चाहती है, लेकिन प्रदेश सरकार ऐसा इसलिए नहीं होने दे रही है कि कहीं मोदी और लोकप्रिय नहीं हो जाएं।
उन्होंने प्रदेश में चाचा-भतीजे के बीच चल रही जंग का हवाला देते हुए कहा कि चाचा कहते हैं कि मुख्तार पार्टी में आएंगे, भतीजे बोलते हैं नहीं आएंगे। चाचा कहते हैं कि अतीक आएंगे और भतीजा इनकार करता है।
अमित शाह ने अखिलेश को चुनौती देते हुए कहा कि मुख्तार, अतीक, आजम इतने बढ़े हैं कि इनको निकालोगे तो पार्टी ही खत्म हो जाएगी। उन्होंने प्रदेश में अब तक कल्याण सिंह की सरकार को सबसे बेहतर भी बताया और कहा कि भू-माफियाओं से मुक्ति के लिए सपा को उखाड़ फेंको।
एकजुट विरोधी दल भी नहीं रोक पाएंगे भाजपा को अमित शाह ने सपा और कांग्रेस के सम्भावित गठबन्धन पर भी तंज कसा और कहा कि अखिलेश यादव को अभी से हार दिखाई देने लगी है।
उन्होंने कहा कि सभी दल मिल जाएं तो भी भाजपा को प्रदेश की सत्ता में आने से नहीं रोक सकते। शाह ने अखिलेश से सवालिया लहजे में कहा कि किसके बल पर सरकार बनाना चाहते हो? राहुल बाबा के दम पर?
उन्होंने राहुल गांधी पर भी व्यंग किया और कहा कि ढाई सालों में हमने बोलने वाला प्रधानमंत्री दिया। इससे पहले राहुल और उनकी मां सोनिया गांधी के अलावा प्रधानमंत्री की आवाज किसी ने नहीं सुनी। उन्होंने राहुल गांधी को सवाल नहीं पूछने की भी हिदायद दी और कहा कि इससे उनका ही नुकसान हो जाता है।
भाजपा अध्यक्ष ने कांग्रेस सरकार में 12 लाख करोड़ का घोटाला होने का भी आरोप लगाया और कहा कि जब कांग्रेस सत्ता में थी तो सीमा पर गोलाबारी की शुरुआत और अन्त दोनों पाकिस्तान की ओर से होता है, इस बार शुरुआत तो पाकिस्तान से होती है, लेकिन अन्त भारतीय फौज करती है।
उधर से गोली आती है तो इधर से गोला जाता है। ईंट का जवाब पत्थर से दिया जाता है। उन्होंने कांग्रेस सरकार में भारतीय जवानों के सिर काटे जाने तो मोदी सरकार में सर्जिकल स्ट्राइक का भी जिक्र किया।
ट्रिपल तलाक महिलाओं के अधिकारों की सुरक्षा अमित शाह ने परिवर्तन रैली में ट्रिपल तलाक पर भी बोलते हुए कहा कि महिलाओं के अधिकारों की सुरक्षा होनी चाहिए। ट्रिपल तलाक पूरी तरह से खत्म होना चाहिए। उन्होंने महिलाओं से कहा कि वह दूसरे दलों से पूछें कि वह औरतों के अधिकारों के लिए क्या कर रहे हैं।
उन्होंने ममता, मायावती और केजरीवाल का जिक्र करते हुए कहा कि ये नेता रामनाम की तरह नोटबन्दी की माला जप रहे हैं। शाह ने मोदी सरकार को गांव, गरीब और विकास की सरकार बताते हुए कहा कि उज्जवला योजना के तहत गांव की गरीब महिलाओं के घर में 40 लाख से ज्यादा गैस कनेक्शन देकर सरकार ने यह साबित किया है।