हमीरपुर। यूपी के हमीरपुर जिले में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की सभा में हंगामा कर तोड़फोड़ करने के मामले में फरार भाकियू नेता सहित अन्य आरोपियों को गिरफ्तार करने गई कानपुर व हमीरपुर की संयुक्त पुलिस टीम पर रविवार को सैकड़ों किसानों ने हमला बोल दिया।
लाठी और डंडे के साथ ही ईंट से पथराव करने से सीओ घाटमपुर व कोतवाल हमीरपुर समेत डेढ़ दर्जन पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस की आधा दर्जन गाड़ियों के शीशे भी पथराव कर तोड़ दिए गए। घायलों में पांच महिला सिपाही भी हैं। घायलों का इलाज हमीरपुर सदर अस्पताल में कराया जा रहा है।
पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारी अस्पताल में डेरा डाले है। गौरतलब है कि तीन दिन पहले मुख्यमंत्री हमीरपुर में यूपी डायल 100 को हरी झंडी दिखाने आए थे। उनकी सभा में किसान लाठी डंडा और हंसिया लेकर घुस गए थे। सीएम की सभा में किसानों ने कुर्सियां फेंकते हुए जमकर हंगामा किया था, जिससे सीएम को भी किसानों को कड़ी फटकार लगानी पड़ी थी।
सीएम के जाने के बाद पुलिस ने इस घटना को लेकर भाकियू के जिलाध्यक्ष निरंजन सिंह राजपूत समेत दस के खिलाफ मामला दर्ज किया था। एफआईआर में कोतवाली पुलिस ने दो सौ अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर एक आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
बताते हैं कि एफआईआर दर्ज होने के बाद भाकियू नेता पड़ोसी जनपद कानपुर नगर के सजेती थाना क्षेत्र के लहुरीमऊ गांव चले गए। वहां पिछले माह की 21 तारीख से चलाए जा रहे किसानों के बेमियादी धरना प्रदर्शन में यहां के किसान नेताओं ने डेरा डाल दिया।
वहां किसानों ने भी बीते रोज एसडीएम सदर हमीरपुर को ज्ञापन भेजकर मांग की थी कि मुकदमा वापस लिया जाए। रविवार को हमीरपुर के कोतवाल प्रमेन्द्र कुमार के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई। उधर घाटमपुर के सीओ राजेश पांडेय के नेतृत्व में एक टीम बनी। दोनों जिलों की पुलिस टीमों ने दोपहर बाद लहुरीमऊ जाकर अचानक छापा मारा। उस समय किसानों का धरना चल रहा था।
जैसे ही पुलिस ने माइक छीनकर आरोपी को पकड़ने का प्रयास किया तो गांव वाले भड़क गए। लोगों ने पुलिस दल पर ईट फेंकनी शुरू कर दी। तमाम किसानों ने लाठी डंडे से पुलिस को घेर कर हमला बोल दिया जिससे सीओ घाटमपुर राजेश पांडेय, कोतवाल हमीरपुर घायल हो गए।
हमले में एसओ सजेती कानपुर नगर, रामआसरे यादव स्क्वायड प्रभारी हमीरपुर, सजेती थाने के राकेश यादव, नीलेश यादव घायल हुए। हमीरपुर पुलिस महकमे में तैनात महिला सिपाही संध्या रानी बुन्देला, रश्मि, अनामिका व निराली गंभीर रूप से घायल हो गईं है।
हमीरपुर कोतवाली के सिपाही सोहनलाल सिद्दार्थ सिंह, अभय पांडेय, रजत कुमार सिंह व सीओ का चालक बृजेश बाबू भी घायल हुए। कानपुर नगर के सजेती थाने के एसओ अद्रप्रसाद व सिपाही आभा प्रसाद वर्मा किसानों के हमले में बुरी तरह घायल हो गए है।
उधर जैसे ही यमुना पार लहुरीमऊ गांव में किसानों के पुलिस दल पर हमला करने की खबर यहां आई तो पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। एसपी और डीएम आनन-फानन सदर अस्पताल पहुंचे और घायल पुलिस अधिकारियों व सिपाहियों का हालचाल लिया।
हास्पिटल में कराहते पुलिस अधिकारियों व सिपाहियों को देख एसपी की द्रवित हो गए। उन्होंने एक-एक घायल सिपाही का हाल लिया। एसपी ने घायल सिपाहियों को ढांढस बंधाते हुये कहा कि सब कुछ ठीक हो जाएगा। डीएम ने भी बेहतर इलाज करने के निर्देश डाक्टरों को दिए।
क्या कहते हैं एसपी
एसपी अनिल कुमार सिंह ने बताया कि सीएम की सभा में हंगामा करने में भाकियू नेता निरंजन राजपूत समेत दस लोग आरोपी है। इन्हें गिरफ्तार करने घाटमपुर व हमीरपुर की पुलिस टीमें गठित कर लहुरीमऊ गांव गई थी, जहां लाठी डंडे व ईट से हमला बोल दिया गया। उनका कहना है कि घटना में उनके यहां के कोतवाल सहित कई सिपाही व दरोगा घायल हुए है जिनका इलाज हास्पिटल में कराया जा रहा है।