मुंबई। पाकिस्तान में हिंदी फिल्मों के रिलीज पर लगे बैन के हटने की खबर से बॉलीवुड भी दंग रह गया। अचानक आए इस फैसले ने नोटबंदी से जूझते बॉलीवुड को कारोबार में एक नया रास्ता दिखा दिया है।
सबसे पहले इसका फायदा आमिर खान की दंगल को होने जा रहा है। इस खबर की पुष्टि हो गई है कि पाकिस्तान के थिएटरों में बड़े पैमाने पर दंगल को रिलीज किया जाएगा। सबसे दिलचस्प बात ये बताई गई है कि इस बैन को हटाने में सबसे बड़ी भूमिका रही शाहरुख खान की, लेकिन बैन हटने का सबसे पहला फायदा आमिर खान की दंगल को मिलने जा रहा है।
सूत्रों के अनुसार शाहरुख खान ने 25 जनवरी को रिलीज होने जा रही अपनी फिल्म रईस को पाकिस्तान में रिलीज करने की संभावनाएं तलाश रहे थे, क्योंकि रईस में उनकी हीरोइन माहिरा खान हैं। शाहरुख खान और उनकी टीम को भरोसा था कि माहिरा के चलते फिल्म को बेहतर रिस्पांस मिलेगा।
शाहरुख चाहते थे कि बैन हटाने की घोषणा रईस के रिलीज के साथ हो, लेकिन ऐसा नहीं हो सका और वहां के सिनेमाघरों ने आनन-फानन में बैन हटाने की घोषणा कर दी और इस घोषणा के साथ ये भी साफ हो गया कि बैन के बाद वहां सबसे पहले अगले शुक्रवार को रिलीज होने जा रही आमिर खान की दंगल को फायदा होगा।
बताया जाता है कि लाहौर, कराची और इस्लामाबाद के 60 से ज्यादा सिनेमाघरों में एक साथ दंगल को रिलीज किया जाएगा। उम्मीद जताई जा रही है कि पाकिस्तान में रिलीज से दंगल को 20 करोड़ तक की अतिरिक्त कमाई होगी।
फिल्मों के कारोबार के जानकार बताते हैं कि रिलीज वाले दिन दंगल वहां से 6 से 8 करोड़ तक कलेक्शन कर लेगी। दंगल के बाद वहां करण जौहर की कंपनी की फिल्म ओके जानू रिलीज होगी, जो अगले साल 13 जनवरी को रिलीज होने वाली है और फिर रईस आएगी।
अभी ये साफ नहीं है कि क्या 25 जनवरी को रईस के साथ मुकाबला करने जा रही राकेश रोशन की काबिल को भी वहां रिलीज किया जाएगा या नहीं। इस बारे में अभी कोई पुख्ता जानकारी नहीं मिली है।
इस साल कश्मीर के ऊरी में हुए हमले के बाद हुई तीखी प्रतिक्रिया में बॉलीवुड की फिल्मों में काम कर रहे पाकिस्तानी कलाकारों का विरोध होने लगा था। इसी विरोध के चलते करण जौहर की ए दिल है मुश्किल को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा था, क्योंकि इसमें पाकिस्तानी कलाकार फवाद काम कर रहे थे। हालांकि भारत सरकार की ओर से किसी भी पाकिस्तानी कलाकार के भारत आने पर कोई बैन नहीं है।
पाकिस्तान में भी भारतीय कलाकारों के जाने पर कोई पाबंदी नहीं है। दीवाली के मौके पर पूजा भट्ट ने पाकिस्तान का दौरा किया, तो कराची और लाहौर में मिका सिंह के शोज बिना किसी रुकावट के हुए।
पाकिस्तान में हिंदी फिल्मों को न दिखाने का फैसला भी वहां के थिएटरों की एसोसिएशन ने लिया था, जिससे पाकिस्तान की सरकार का कोई लेना-देना नहीं था।