स्पार्कल 2015 में नोट जांचने की मशीन का स्टाल
सूरत। अब तक डायमंड एण्ड ज्वेलरी सेक्शन पर ही फोकस्ड रहे दक्षिण गुजरात चैम्बर ऑफ कॉमर्स एण्ड इण्डस्ट्रीज के आयोजन स्पार्कल में इस बार वेरियेशन देखने को मिल रहा है। स्पार्कल 2015 में हीरा और ज्वेलरी उद्योग के अलावा अन्य स्टाल भी आए हैं। यहां तक कि हीरा के मेले में नोट जांचने की मशीन का स्टाल भी लोगों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।
स्पार्कल २०१५ का फलक बड़ा होता दिख रहा है। इस बार हीरा और ज्वेलरी के साथ ही दूसरी ट्रेड के स्टाल भी सजे हुए हैं। यही नहीं एग्जीबिशन देखने आ रहे लोगों की आवाजाही इन स्टॉल्स पर भी उत्साहवर्धक है। अब तक हीरा और जेम्स एण्ड ज्वेलरी पर ही फोकस्ड रही स्पार्कल एग्जीबिशन में इस बार टूरिज्म इण्डस्ट्री के साथ ही बैंकिंग इण्डस्ट्री की एसेसरीज के भी स्टाल लगे हैं। हीरा के वजन नापने की मशीन के स्टाल के ठीक सामने नोट की जांच करने की मशीन का भी स्टाल सजा हुआ है। स्टाल में आई मशीनों की खासियत है कि यह नकली नोट जांचने के साथ वर्ष २००५ से पुराने नोटों की भी शिनाख्त कर लेगी।
गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने वर्ष २००५ से पुराने नोटों को चलन से बाहर करने की मियाद तय की हुई है। ऐसे में इस स्टाल पर स्पार्कल में आ रहे विजिटर्स की भी आवाजाही हो रही है। चैम्बर से जुड़े लोगों का मानना है कि स्पार्कल एक ही दायरे से बाहर निकलकर अब वैविध्य की ओर जा रहा है।
पहली बार सजे टूरिज्म दफ्तरों के पवेलियन
हीरों की चकाचौंध के बीच पर्यटन के पवेलियनों ने भी लोगों में अपना आकर्षण बनाए रखा। हीरा और ज्वेलरी उद्योग से जुड़े स्पार्कल २०१५ में इस बार गुजरात व थाईलैंड टूरिज्म के पवेलियन स्पार्कल में अपने लिए स्पार्क ढूंढते दिखे।
पर्यटन उद्योग जिस तरह से विकसित हो रहा है आने वाले दिनों में यह बड़ा बाजार बनेगा। इस पर विशेष ध्यान देने के लिए टूरिज्म सेक्टर से जुड़े अधिकारियों और टूर ऑपरेटर्स में लोगों तक पहुंचने की होड़ मची है। यह पहला मौका है जब दक्षिण गुजरात चैम्बर ऑफ कॉमर्स एण्ड इण्डस्ट्रीज आयोजित
स्पार्कल २०१५ में टूरिज्म इण्डस्ट्री ने दखल दिया है। यहां आ रहे लोगों को अपने यहां बुलाने की गरज से गुजरात पर्यटन विभाग और थाईलैंड पर्यटन ने स्टाल लेकर अपने पवेलियन सजाए हैं।
थाईलैंड टूरिज्म ने तो विजिटर्स के लिए अपने पवेलियन में हनीमून स्पाट्स पर विशेष बुकलेट भी रखी है। इसके अलावा ज्वेलरी इण्डस्ट्री से जुड़ी एसेसरीज की निर्माता कंपनी ने भी इस बार अपने लिए स्टाल लिया है। यह शुरुआत कामयाब रही तो स्पार्कल के आगामी आयोजनों का दायरा बढ़ जाएगा। हीरे की चमक-दमक से अलग इन स्टाल्स को स्पार्कल में आए लोगों ने भी खूब पसंद किया।
पर्यटन में है स्कोप
हमारा मकसद जहां भी लोग आएं उन्हें गुजरात के पर्यटन स्थलों की जानकारी देना है। इन दिनों प्रदेश में विभिन्न आयोजन हो रहे हैं जो पर्यटकों के लिए महत्वपूर्ण डेस्टिनेशन हो सकते हैं। हम आगे भी जहां लोगों की अधिक आवाजाही होगी, पवेलियन लगाएंगे।
दिनेश पटेल, पर्यटन अधिकारी, गुजरात सरकार