गुवाहाटी। असम प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व तीन बार के विधायक कैप्टन रोबिन बरदलै बीते बुधवार को कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए।
अटकलें लगाई जा रही थी कि गुवाहाटी नगर निगम (जीएमसी) की पार्षद व बरदलै की पुत्री असीमा बरदलै भी भाजपा में शामिल होंगी, लेकिन गुरुवार को उन्होंने असम प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन पहुंचकर सबको चौका दिया।
उन्होंने राजीव भवन में कहा कि वे कांग्रेस को नहीं छोड़ने वाली हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस छोड़ने की राय उनके पिता की निजी है। इससे उनका कोई लेना-देना नहीं है। वे आज भी कांग्रेसी कार्यकर्ता हैं।
उन्होंने कहा कि उनके पिता ने गुस्से में कांग्रेस को छोड़कर भाजपा में शामिल हुए हैं। उन्होंने कहा कि एक ही घर में पिता के साथ रहते हुए भी वे कांग्रेस की नीतियों और आदर्श को मानकर काम करेंगी।
असमी बरदलै ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रिपुन बोरा के उस बयान का विरोध भी किया जिसमें उन्होंने कहा था कि कैप्टन रोबिन बरदलै का कांग्रेस में कोई योगदान नहीं था।
उन्होंने कहा कि रोबिन बरदलै का कांग्रेस पार्टी में काफी योगदान है। उसे भुलाया नहीं जा सकता। कुल मिलाकर असीमा अभी तय नहीं कर पा रही हैं कि वे कांग्रेस में रहेंगी या भाजपा में जाएंगी।
इसे पिता-पुत्री के रणनीति का हिस्सा भी कहा जा सकता है। ज्ञात हो कि कैप्टन रोबिन बरदलै असम के पहले मुख्यमंत्री लोकप्रिय गोपीनाथ बरदलै के जेष्ठ पुत्र हैं।