नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय बाजार से कमजोर संकेत और विदेशी संस्थागत निवेशकों की मुनाफावसूली के चलते भारतीय बाजार गुरुवार को गिरावट के साथ बंद हुए।
बीएसई का संवेदी सूचकांक 262 अंक गिरकर 25979 के स्तर पर और निफ्टी 82 अंक टूटकर 7979 के स्तर पर बंद हुआ। आज की गिरावट में सेंसेक्स ने अपना 26000 का अहम स्तर तोड़ा तो वहीं निफ्टी भी 8000 के मनोवैज्ञानिक स्तर के नीचे बंद हुआ।
सेंसेक्स और निफ्टी आज लगातार सातवें कारोबारी सत्र में गिरावट के साथ बंद हुए। कारोबारी सत्रों के लिहाज से यह बीते 21 महीने की सबसे लंबी गिरावट है। विदेशी संस्थागत निवेशक दिसम्बर महीने में अब तक करीब 1800 करोड़ रुपये की बिकवाली कर चुके हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि क्रिसमस की छुट्टियों से पहले हर साल विदेशी निवेशकों की ओर से इस तरह की बिकवाली देखने को मिलती है। बीते तीन महीने में भारतीय शेयर बाजार से विदेशी निवेशकों ने करीब 25000 करोड़ की बिकवाली की है।
अक्टूबर के महीने में विदेशी निवेशकों ने 4990 करोड़, नवम्बर में 17736 करोड़ और दिसम्बर में 20 तारीख तक 1702 करोड़ की बिकवाली की। सबसे ज्यादा गिरावट मेटल (2.68 फीसदी) और बैंकिंग सेक्टर में हुई है।
बैंक (0.09 फीसदी), ऑटो (0.50 फीसदी), फाइनेंशियल सर्विस (1.11 फीसदी), एफएमसीजी (0.29 फीसदी), आईटी (0.65 फीसदी), फार्मा (1.30 फीसदी), पीएसयू बैंक (1.74 फीसदी), प्राइवेट बैंक (0.89 फीसदी) और रियल्टी (0.39 फीसदी) की गिरावट के साथ बंद हुए।
वहीं, मिडकैप (1.38 फीसदी) और स्मॉलकैप (1.35 फीसदी) की गिरावट के साथ बंद हुए।