अधिकतार घरों में मूलत: सादी गेंहू रोटियां बनी हुई खाई जाती हैं, परंतु गेहूं की रोटी स्वादिष्ठ अधिक, पौष्टिक कम होती है। अगर गेहूं में यदि अन्य अनाज को मिला कर आटा पिसवाया जाए तो ऐसे आटे से बनी रोटी की पौष्टिकता बढ जाती है। इस प्रकार के आटे को मल्टीग्रेन आटा या कौबिनेशन फ्लोर कहा जाता है। मल्टीग्रेन आटे से बनी रोटी विभिन्न प्रकार के रोगों में भी बहुत फायदेमंद साबित होता है।
ये खबर पढते ही आप पीना छोड़ देंगे GREEN TEA !
मल्टीगे्रन आटा-मल्टीग्रेन आटा का मतलब की अन्य आनज जैसे दालों को गेहूं क आटे के साथ मिलाकर उसे मल्टी ग्रेन आटा बना दिया जाता है और यह बाजार में मल्टी ग्रेन आटे के नाम से बिकता है। लेकिन अगर आप यह आटा खरीद रहे हैं तो पहले उसमें मिला आई जाने वाली सामग्री को अच्छी तरह से जाचं कर लें।
HOT NEWS UPDATE VIDEO: इस अभिनेत्री क़े सब क़े सामने उतरे कपड़े
मल्टीग्रेन आटे में मक्का, चना, जौ, सोयाबीन आदि अनाज की मात्रा 500-500 ग्राम रखें।
सोते समय रखें इन बातों का खास ध्यान! वर्ना हो सकती…
मधुमेह के व्यक्ति के लिए 5 किलोग्राम गेहूं के आटे में डेढ किलोग्राम चना, 500 ग्राम जौ व मेथीदाना मिलाकर पिसवाएं, मेथी ब्लडशुगर को नियंत्रित करती है।
HOT NEWS UPDATE VIDEO: सलमान ने किया इस अभिनेत्री से प्यार जब वो थी 7 साल की
5 किलोग्राम गेहूं के आटे में प्रोटीन के मुख्य स्त्रोत 500 जौ, 500 ग्राम सोयाबीन, 1 किलोग्राम चना मिलाकर पिसवाएं गए आटे की चापाती खाने से बढती उम्र के बच्चों विकास के लिए बहुत फायदेमंद है।
जायके के साथ यह भी काम करती है दालचीनी
मिक्स आटे से बनी यह रोटियां पौष्टिक सुबह का नाश्ता बनाती है जिसमें लोहातत्व, फायबर, प्रोटीन और विटामिन बी 3 है। यह एक संपूर्ण पौष्टिक सुबह का नाश्ता है।
HOT NEWS UPDATE VIDEO: ऐसी सेल्फी देख़ कर कोई भी होजाएगा हैरान
आपको यह खबर अच्छी लगे तो SHARE जरुर कीजिये और FACEBOOK पर PAGE LIKE कीजिए, और खबरों के लिए पढते रहे Sabguru News और ख़ास VIDEO के लिए HOT NEWS UPDATE