धर्मशाला। कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को धर्मशाला में अपने 40 मिनट के भाषण में मोदी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर नोटबंदी और कालेधन को लेकर जोरदार निशाना साधा।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से स्विस बैंक द्वारा केंद्र सरकार को दी गई कालाधन खाताधारकों की सूची को सार्वजनिक करने की मांग की। उन्होंने दावा किया कि मोदी सरकार के एक मंत्री ने इस सूची की पुष्टि की है लेकिन सरकार ने ढाई वर्षों में इसे संसद में नहीं रखा।
राहुल गांधी ने कहा कि इन लोगों के नाम जगजाहिर होने चाहिए ताकि देश की जनता को भी पता लग सके। धर्मशाला के पुलिस मैदान में प्रदेश सरकार के चार वर्ष पूरा होने के मौके पर आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री ने देश की गरीब और मध्यम वर्ग के साथ नोटबंदी के नाम पर धोखाधड़ी की है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के इस फैसले से 99 प्रतिशत आम लोगों को जहां लाइनों पर खड़ा कर दिया वहीं देश के एक प्रतिशत लोगों को फायदा पंहुचाया गया। उन्होंने कहा कि इस फैसले से देश के केवल 50 बड़े परिवारों और कंपनियों को ही 8 लाख करोड़ का फायदा हुआ है।
राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री के इस फैसले का केवल एक ही लक्ष्य था-गरीबों से पैसा खींचो और अमीरों को सींचो। उन्होंने कहा कि सत्ता में आने से पहले मोदी ने देश की जनता को कालेधन को लेकर जो सपने दिखाए थे, वह तो पूरे नहीं हो पाए उल्टा देश की आम जनता का पैसा उनकी जेब से निकालकर एक प्रतिशत अमीर लोगों की जेब में पहुंचाने का काम किया है।
राहुल ने कहा कि कालेधन को वापस लाने का जिस तरह से प्रधानमंत्री ने देश की जनता के साथ वायदा किया था उसे पूरा करने में वह पूरी तरह नाकाम रहे हैं। सरकार के ढाई साल पूरा होेने के बाद भी वह कालेधन वालों के नाम तक सार्वजनिक नहीं कर पाए।
विपक्ष संसद में उनसे स्विस बैंक द्वारा सौंपी गई कालेधन वालों की सूची को रखने की मांग करता रहा लेकिन उन्होंने वह सूची उपलब्ध नहीं करवाई। प्रधानमंत्री के कैशलेस योजना को लेकर राहुल ने कहा कि इस योजना से देश की आम जनता को तो कोई फायदा नहीं होगा लेकिन देश के धनकुबेरों को जरूर फायदा मिलेगा।
देश 50 बड़ी कम्पनियों के पिंजरे में कैद हो जाएगा। राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री से कहा कि वह उनका जितना मजाक उड़ाना चाहते हैं उड़ा लें, लेकिन उनके द्वारा उठाये जा रहे सवालों का जबाब देश की जनता को दें।
उन्होंने प्रधानमंत्री के विमुद्रीकरण के फैसले को देश की गरीब व आम जनता पर फायर बॉम्बिंग करार दिया और कहा कि इससे न तो कालेधन और न ही भ्रष्टाचार पर लगाम लगेगी क्योंकि देश में एक रुपए में से केवल 2 पैसे नकली हैं।
उन्होंने हिमाचल के मंच से पूछा कि प्रधानमंत्री यह बताएं कि नोटबंदी के दिन भाजपा ने लोगों को लड्डू क्यों खिलाए। वह बताएं कि लोगों को पांच रुपए का लड्डू खिलाया और माल्या को 1200 करोड़ रुपए का लड्डू क्यों खिलाया।