नई दिल्ली। केन्द्र सरकार ने रविवार को लकी ग्राहक और डिजिधन व्यापार योजना शुरू की जिसमें अगले 100 दिनों तक नकद के स्थान पर डिजिटल माध्यम से लेन-देन करने वालों को उपहार स्वरूप एक हजार से एक करोड़ तक के इनाम बांटे जाएंगे।
दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित कार्यक्रम में योजना का शुभारंभ करते हुए केन्द्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कहा कि कार्ड और अन्य तरीकों से लेनदेन को लगातार आसान बनाया जा रहा है।
साल 2000 में कोई कहता था कि देश के हर नागरिक के हाथ में मोबाइल होगा तो लोगों को विश्वास नहीं होता था लेकिन देश में मोबाइल सेवा शुरू होने के 20 वर्षो में 90 प्रतिशत लोगों के हाथ में मोबाइल है।
पिछले डेढ़ महीने में एक से बढ़कर एक नए प्रयोग शुरू किए गए हैं और लकी ड्रॉ भी इसी का हिस्सा है । कोरिया ने भी इसी तरीके को अपनाया था जो काफी सफल रहा।
उन्होंने कहा कि नकद रहित भुगतान से अब गुमनाम लेनदेन नहीं होगा। लंबे अरसे से जिस अर्थव्यवस्था का कोई गणित नहीं था अब वह मुख्य अर्थव्यवस्था का हिस्सा बन जायेगी। लोग नोटबंदी की पहल का उद्देश्य और लाभ क्या है? यह जानना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि शोध के माध्यम से दुनिया भर में यह आम धारणा बनी है कि नकद का उपयोग कम होने से अर्थव्यवस्था को लाभ मिलता है। अभी तक व्यापार कच्चे और पक्के दो अलग रूपों में होता था लेकिन अब इससे सभी काम पक्के में होगा।
उन्होंने कहा कि देश को राजस्व घाटे के चलते उधार लेना पड़ता है अगर हम ईमानदार हों तो यह घाटा क्यों होगा। गरीब आदमी और सेना पर अब जो आधा अधूरा खर्च होता है उसमें सुधार आएगा।
उन्होंने कहा कि कुछ लोगों को समय लगता है इन नकद रहित अर्थव्यवस्था को समझने में। इसमें राजनीतिक और मीडिया के लोग भी शामिल हैं।
केन्द्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि हम प्रधानमंत्री के डिजिटल और फिजिकल (सीधे) कनेक्ट (जुड़ने) पर विश्वास रखते है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार को लोगों ने भारत बदलने के लिए चुना है जो गरीब की चिंता सबसे पहले करती है।
तेलंगाना की सातना देवी और बिहार की वैजंती देवी का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि जब एक ग्रामीण गरीब महिला तकनीक सिख सकती है तो हम क्यों नहीं। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार की योजना अगले कुछ दिनों में एक करोड़ लोगों को और 25 लाख व्यापारियों को प्रशिक्षित करने की है।
हम ईमानदार देश चाहते हैं और एक मजबूत देश चाहते हैं इसके लिए हम गांव-गांव जाकर डिजिटल मेला लगाएंगे।
वहीं केन्द्रीय सूचना प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री पीपी चौधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री की नोटबंदी और उसके बाद डिजिटल योजना देश में बड़ा बदलाव लाएगी और गांव में भी लोग मोबाइल से डिजिटल माध्यमों से जुड़ेंगे।
इस अवसर पर क्रिकेटर गौतम गंभीर ने एनडीएमसी के पोर्टल पर डिजिटल माध्यम से बिल का भुगतान कर लोगों को इसके आसान होने का संदेश दिया।
पैराओलंपियन दीपा मलिक ने अपने जीवन में एक समय में लकवाग्रस्त होने से आए बदलाव को नोटबंदी से जोड़ते हुए कहा कि उनके जीवन में एक बदलाव आया था। अगर उस समय वह उसे अंत समझ लेतीं तो शायद आज यहां नहीं होती।
उन्होंने कहा कि अपने नए शरीर को अपना बनाकर उन्होंने उसके साथ जीना सीखा है क्योंकि जब हम सीखते है तब हम जीतते हैं। पहले हमें स्वीकार करना पड़ता है, फिर हम अपनाते और आगे हम सीखते हैं। उन्होंने नोटबंदी को एक बदलाव की संज्ञा देते हुए कहा कि हमें भी नया सीखना चाहिए।
आज जब बच्चा-बच्चा वाट्सएप्प का प्रयोग करता है तो ‘क्या हम चार बटन और दबाना नहीं सीख सकते ’(डिजिटल अपना नहीं सकते)। उन्होंने कहा कि संता क्लॉज गिफ्ट लाते हैं और यह हम सब के लिए सबसे बड़ा गिफ्ट है। आप भी कैशलेस इंडिया का हिस्सा बनिए।
नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कान्त ने कहा कि केन्या जैसे देश ने डिजिटल इकोनामी अपनाकर दिखाया है। ऐसे में यदि देश के लोग डिजिटल इकोनॉमी अपना लें तो अरबों के कर्ज में डूबा हमारा देश विकास की ओर बढ़ सकता है। योजनाओं का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि ऐसे में लकी ग्राहक योजना के तहत 14 अप्रैल तक एक करोड़ के इनाम बांटे जाएंगे।
उल्लेखनीय है कि लकी ग्राहक और डिजिधन व्यापार योजना में 14 अप्रैल अम्बेडकर जयंती तक रोज 15 हजार लोगों को एक हजार रुपए का इनाम दिया जाएगा। यह इनाम रुपए कार्ड, एईपीएस, यूपीआई और यूएसएसडी के माध्यम से 50 रुपए से लेकर 3 हजार तक के लेन-देन पर मिलेगा। लकी ड्रॉ निकाला जाएगा और जो चुने जाएंगे उन्हें अगले दिन खातों में यह उपहार राशि मिल जाएगी।