वाराणसी। साथी अध्यापक को जहर देकर मार डालने की आरोपी शिक्षिका ममता दूबे को लंका पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
अध्यापिका को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में लंका थाना प्रभारी के साथ उप निरीक्षक ज्योति मिश्रा भी शामिल रही।
रोहनिया के राजकीय हाईस्कूल सगहट के सहायक अध्यापक विभाकर दीक्षित वर्ष की बीएचयू सर सुंदरलाल अस्पताल में बीते शनिवार को उपचार के दौरान मौत हो गई।
अध्यापक विभाकर की मौत के बाद उनकी बहन सौम्या ने भाई के साथ पढ़ाने वाली शिक्षिका ममता दूबे पर जहर देकर हत्या करने का सनसनीखेज आरोप लगाया और लंका थाने में अध्यापिका के खिलाफ तहरीर दी।
पुलिस ने अध्यापिका के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। सौम्या ने पत्रकारों को बताया कि चोलापुर के बसांव गांव के मूल निवासी उनके भाई विभाकर शिवपुर में मेहता नगर कॉलोनी में किराए के मकान में रहते थे। वहीं से रोहनिया स्थित स्कूल आते जाते थे।
बीते शनिवार को विभाकर डीरेका क्षेत्र में रहने वाली अध्यापिका ममता दूबे के घर गए थे। थोड़ी देर बाद विभाकर के पड़ोसी के पास ममता का फोन आया था।
बताया कि विभाकर की तबीयत अचानक खराब हो गई है और बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल की इमरजेंसी में भर्ती कराया गया है।
इस सूचना पर पिता कमलाकांत दीक्षित और वह अस्पताल पहुंचे। जहां उपचार के दौरान विभाकर की मौत हो गई। सौम्या का कहना था कि विभाकर ने बताया था कि ममता ने खाने में जहर दे दिया था।