पाली। पाली जिले के बांगड़ अस्पताल के मातृ-शिशु केंद्र में दो दिन पहले भर्ती हुई महिला को गंभीर हालात में बुधवार को एम्बुलेंस से चालक के भरोसे जोधपुर रेफर कर दिया।
महिला ने पाली से बाहर निकलते ही बच्ची को जन्म दे दिया, लेकिन प्रशिक्षित नर्सिंग स्टाफ नहीं होने पर ड्राइवर ने प्रसव करवाया, जिससे बच्ची की मौत हो गई।
दो जनवरी को कुरना निवासी मीरा को प्रसव होने वाला था। गांव से परीजन बांगड़ अस्पताल लेकर आए। बुधवार सुबह हालात गंभीर होने पर 6 बजे उसे जोधपुर रेफर कर दिया गया, करीब डेढ़ घंटे बाद एंबुलेंस आई लेकिन गाड़ी से नर्सिंग स्टाफ नदारद था।
बीच रस्ते में अधिक प्रसव पीड़ा होने पर एम्बुलेंस चालक ने ही प्रसव कराया, जबकि वह प्रसव कराने के लिए अधिकृत नहीं है। प्रसव कराने के बाद बच्ची की मौत हो गई। इसके बाद चालक वापस प्रसूता को बांगड़ अस्पताल लेकर आया।
परिजनों ने आरोप लगाया कि सरकार मातृ-शिशु सुरक्षा को लेकर इतनी गंभीर है और जननी सुरक्षा वाहन की व्यवस्था करवाती है, लेकिन अस्पताल के डॉक्टरों ने अपनी बला को टालने के लिए महिला को गम्भीर हालात में चालक के भरोसे रेफर कर दिया।