जोधपुर। भोपे के चक्कर में आकर एक महिला से ठगी हो गई। निसंतान महिला को झाड़ फूंक का झांसा और बीमारी के इलाज के नाम पर भोपा दस तोला सोने के जेवर लेकर चंपत हो गया।
भोपालगढ़ पुलिस ने ठगी का मामला दर्ज कर तफ्तीश आरंभ की है। भोपे की तलाश की जा रही है। दरअसल आगरा का रहने वाला हकीम जहीर कादरी नाम का कुछ दिन पहले भोपालगढ़ कस्बे में आया। उसने आने से पूर्व खुद को बड़ा तांत्रिक और हकीम बताते हुए हर बीमारी का इलाज करने का दावा करते हुए पर्चे बांटे थे।
वह कस्बे में ही एक महिला के घर पर रहने लगा। इस महिला के कोई औलाद नहीं है। कुछ दिन तक वह लोगों का इलाज करने के साथ इबादत के नाम पर दरगाह में जाता रहा इसी दौरान उसने महिला को कहा कि वह दवाईयों और तांत्रिक क्रिया से उसके बांझपन का इलाज कर देगा।
वह उसके झांसे में आई और उसके कहे अनुसार काम किया। शातिर तांत्रिक हकीम ने टोटका करने के नाम पर घर के करीब आठ दस तोला सोने के जेवरात एक बरनी में बंद करवाए और बाद में उक्त बरनी लेकर फरार हो गया। भोपालगढ़ पुलिस ने महिला के बहनोई बाबू खां की रिपोर्ट पर ठगी का मामला दर्ज किया है।
कथित पंचों ने परिवार का हुक्का पानी किया बंद
एक तरफ संचार क्रांति बढ़ रही है। लेकिन आज भी ग्रामीण क्षेत्रों में जातीय पंचायती की वजह से कई परिवारों को नुकसान उठाना पड़ रहा है। एक ऐसा ही मामला बोरूंदा में सामने आया है। जातीय पंचायत कर कथित समाज पंचों ने एक परिवार का हुक्का पानी बंद कर दिया। अब पीड़ित ने पुलिस की शरण लेकर प्राथमिकी दर्ज करवाई है।
बोरूंदा के घोडावट निवासी सांवलदान पुत्र अखेदान चारण ने पुलिस को बताया कि गांव के ही केसर सिंह और करीब एक दर्जन समाज के तथाकथित पंचों ने एक राय होकर उसके परिवार के खिलाफ बैठकर करके उनका सामाजिक बहिष्कार करने का ऐलान कर दिया।
आरोपियों ने समाज में वापस आने जाने के लिये सामाजिक रूप से दंड भरने की धमकियां भी दी है। पुलिस उसके सामाजिक बहिष्कार किए जाने की वजह पता लगा रही है और कथित पंचों के खिलाफ जांच आरंभ की है।