शनिवार का दिन शनि देव का होता हैं और जिन्होंने इन्हें खुश करा वो तो हमेशा ही खुश रहता हैं। धार्मिक मान्यता के अनुसार शनिवार को कुछ विशेष उपाय करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों का कल्याण करते हैं। मान्यता के अनुसार, मनुष्य को उसके अच्छे-बुरे कामों का फल शनिदेव ही देते हैं, इसलिए अच्छे काम करने के साथ ही शनिदेव को प्रसन्न रखना भी आवश्यक है। जिस पर शनिदेव प्रसन्न हो जाएं, उसके सब कष्ट दूर हो जाते हैं। शनिदेव को प्रसन्न करने के उपाय इस प्रकार हैं-
- अगर आप शनि को प्रसन्न करना चाहते हैं तो शुक्रवार की रात काला चना पानी में भिगोएं। शनिवार को वह काला चना, जला हुआ कोयला, हल्दी और लोहे का एक टुकड़ा लें और एक काले कपड़े में उन्हें एक साथ बांध लें। पोटली को बहते हुए पानी में फेंके जिसमें मछलियां हों। इसे प्रक्रिया को एक साल तक हर शनिवार दोहराएं। यह शनि के अशुभ प्रभाव के कारण उत्पन्न हुई बाधाओं को समाप्त कर देगा।
- शनिवार की शाम पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाना चाहिए, इसके बाद पेड़ के सात चक्कर लगाने चाहिए। इस पूजा के बाद किसी काले कुत्ते को 7 लड्डू खिलाने से शनि भगवान प्रसन्न होते हैं और सकारात्मक परिणाम देते हैं।
- शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए आपको उगते सूरज के समय लगातार 43 दिनों तक शनिदेव की मूर्ति पर तेल चढ़ाना चाहिए। यह ध्यान में रखें कि शनि देव को प्रसन्न करने की यह विधि शनिवार के दिन ही आरंभ करनी चाहिए।
- शनि देव को गरीबो और जरूरतमंदों की सहायता करना पसंद हैं। इसलिए जितना हो बेसहारा और गरीबो की मदद करें। इससे शनि देव आपसे खुश होएंगे।
- शनि देव की पूजा करते समय इस मंत्र को पढ़ते हुए उन्हें सरसों के तेल से स्नान कराना चाहिए-
भो शनिदेवः सरसों तैल वासित स्निगधता |
हेतु तुभ्यं-प्रतिगृहयन्ताम् || - शनिवार को कुष्ठ रोगियों को भोजन कराएं। साथ ही जरूरी चीजों का दान करें जैसे- जूते, चप्पल, छतरी, कपड़े, पलंग आदि। दान के साथ कुछ दक्षिणा (रुपए) भी अवश्य दें।
- हनुमान जी की पूजा करें। क्योकि हनुमान जी ने ही शनि देव को रावण की कैद से मुक्त कराया था। इसलिए शनि देव हमेशा उन लोगो पर प्रसन्न रहते हैं जो लोग हनुमान जी की पूजा करते हैं।
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