Warning: Undefined variable $td_post_theme_settings in /www/wwwroot/sabguru/sabguru.com/news/wp-content/themes/Newspaper/functions.php on line 54
deen dayal vahini state president ghanshyam tiwari kota visit
Home Rajasthan Kota पैसे के मोल पर खरीदी बेची जाने वाली राजनीति नहीं चाहिए : घनश्याम तिवाड़ी

पैसे के मोल पर खरीदी बेची जाने वाली राजनीति नहीं चाहिए : घनश्याम तिवाड़ी

0
पैसे के मोल पर खरीदी बेची जाने वाली राजनीति नहीं चाहिए : घनश्याम तिवाड़ी

gnn2.jpg

कोटा। दीनदयाल वाहिनी के प्रदेश अध्यक्ष घनश्याम तिवाड़ी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ​किसी जाति-जन​जाति, सेठ-साहूकार, महाजन-पंडित या किसी राजा महाराजा की जागीर नहीं है, यह पार्टी 90 साल के एक राष्ट्रीय आंदोलन का फल और कार्यकर्ताओं के खून पसीने से बनी पार्टी है।

वरिष्ठ नेता ने हाड़ौती के कार्यकर्ताओं की हो रही उपेक्षा को लेकर कहा कि जिस कोटा के कार्यकर्ताओं ने राजस्थान भर में झंडा लहराया था आज उन जमीनी कार्यकर्ताओं की ऐसी गत पीड़ा देती है।

तिवाड़ी ने प्रदेश सरकार पर कार्यकर्ताओं की उपेक्षा और राजस्थानी स्वाभीमान को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाते हुए कहा कि ऐसा केवल कोटा के साथ नहीं है, राजस्थान कला बोर्ड में 11 सदस्यों में से एक भी राजस्थान का नहीं।

वहीं नदियों के लिए आयोग बनाया तो उसमें भी बाहरी व्यक्ति को स्थान दिया। तिवाड़ी अपने दो दिवसीय हाड़ौती में लोकसंपर्क अभियान के तहत कोटा के टीलेश्वर महादेव में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।

प्रदेश के मंत्री तन्मय से मिलकर मनमय हो जाते हैं

प्रदेश के वरिष्ठ नेता घनश्याम तिवाड़ी ने प्रदेश सरकार में मंत्रियों की हालत पर टिप्पणी करते हुए कहा कि मंत्रियों के उपर सुपर कैबिनेट बना रखी है। इस दौरान उन्होंने इशारों इशारों में उनकी हालत पर चुटकी लेते हुए कहा कि प्रदेश के मं​त्री तन्मय से मिलकर ही मनमय हो जाते हैं, सारा राज तन्मय तक केंद्रीत हो गया है।

gnn3.jpg

जब जख्मे जिगर ​हमने दिखाया तो बुरा मान गए

तिवाड़ी ने कहा कि प्रदेश सरकार ने इस प्रकार के काम किए जो हमारी पार्टी की व्यवस्था के खिलाफ है। हम गौ रक्षा की बात करते हैं और 27 हजार गायें जयपुर की हिंगौनिया गौशाला में सरकार की नाक के ​नीचे मर गई। हमने संघर्ष किया, तब कहीं जाकर सरकार ने कार्यवाई की मगर तब भी सरकार कुछ नहीं कर पाई तो गौशाला ही अक्षय पात्र को संभला दी।

जयपुर में 200 मंदिरों का तोड़ा गया, झालावाड़ की स्थिति आपने भी देखी है। तिवाड़ी ने अपने पर सवाल उठाने वालों को जवाब देते हुए कहा कि तिवाड़ी वह कर रहा है जो पिछले 50 साल में स्व. भैरोंसिंह और दिग्गजों से जो उसने सीखा है।

उन्होंने कहा कि हमें पैसे के मोल पर खरीदी बेची जाने वाली राजनीति नहीं चाहिए। उन्होंने एक शेर का जिक्र करते हुए कहा कि जब तारिफ हो रही थी गजरे के फूलों की तो खामोश बैठे रहे, और जब जख्मे जिगर हमने दिखाया तो बुरा मान गए। इस दौरान उन्होंने कहा कि दीनदयाल जी ने कहा था जिस दिन जनसंघ में भ्रष्टाचार आ जाएगा मैं उसे समाप्त कर ​दूंगा।

gnn.jpg

आरक्षण बने सर्वजन हिताय और सर्वजन सुखाय

तिवाड़ी ने गुर्जर आरक्षण के बारे में कहा कि प्रदेश सरकार ने गुर्जरों के साथ अन्याय किया है। अगर समय रहते गुर्जर आरक्षण को नौंवी अनुसूची में शामिल कर लिया जाता तो हाईकोर्ट इस कानून को रद्द न करता। इसके पूरे घटनाक्रम के चलते गुर्जरों को अब तक जितनी नौकरी पहले मिल चुकी थी उन्हें हटाने और उनके एक प्रतिशत आरक्षण को भी समाप्त कर दिया।

अब वे भी उसी श्रेणी में खड़े हैं जिसमें ब्राह्मण और राजपूत खड़ें हैं। तिवाड़ी ने इसे सामाजिक समरसता बिगाड़ने का काम बताया उन्होंने मांग करते हुए कहा कि अनुसूचित जाति, जनजाति, ओबीसी, विशेष ओ​बीसी का आरक्षण जारी रहते हुए वंचित वर्गों ब्राह्मण, वैश्य, राजपूत, कायस्थ व ओबीसी के अलावा मुसलमानों को भी 14 प्रतिशत का आरक्षण मिले। ताकी आरक्षण सर्वजन हिताय और सर्वजन सुखाय बन जाये, और सामाजिक समरसता बनी रहे।

वरिष्ठ नेता ने सरकार को चेताते हुए कहा कि यदि वंचित वर्गों को आरक्षण नहीं मिलता है तो डर है कि कहीं आगे चलकर एक और नव​दलित समाज खड़ा न हो जाए। गुर्जर समाज, ब्राह्मण समाज और राजपूत समाज में रौष पैदा हो रहा है।

कोटा में तिवाडी का जोरदार स्वागत

इससे पहले कोटा में तिवाड़ी का स्वागत माल्यार्पण कर किया गया, जिसके बाद कार्यक्रम स्थल तक वाहन रैली निकाली गई। कार्यक्रम के बाद घनश्याम तिवाड़ी ने संवाददाता सम्मेलन का आयोजन कर पत्रकारों से बातचीत की। दीनदयाल वाहिनी के ​कोटा जिलाध्यक्ष अनुप गौतम ने कविता पाठ किया। कोटा जिले की दीनदयाल वाहिनी के कार्यक्रम में एल एन शर्मा, चंद्रभान अरविंद, गिर्राज गुप्ता, त्रिलोक शर्मा, वहीद मुल्तानी, राजेंद्र शर्मा, पूर्व मैयर मोहन लाल महावर ने भी शिरकत की।