लखनऊ। समाजवादी पार्टी में मचे घमासान का कोई हल नहीं निकलने के बाद अब दोनों गुट एक दूसरे पर हावी होने की कोशिश में हैं। पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में सोमवार को कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला, जहां अखिलेश गुट ने शिवपाल यादव के खेमें के कई बड़े नेताओं को कार्यालय में प्रवेश नहीं करने दिया।
बताया जा रहा है कि शिवपाल यादव के करीबी और प्रदेश सचिव रघुनन्दन काका, प्रदेश प्रवक्ता दीपक मिश्रा और मीडया प्रभारी अवधेश दूबे जैसे ही सोमवार को पार्टी दफ्तर में पहुंचे तो अखिलेश समर्थकों ने उन्हें प्रवेश नहीं करने दिया गया।
इन सभी लोगों के साथ कई अन्य शिवपाल समर्थकों को भी अब पार्टी दफ्तर में आने से मना कर दिया गया। इससे नाराज रघुनन्दन काका अपने समर्थकों सहित धरने पर बैठक गए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के इशारे पर यह सब हो रहा है।
अखिलेश गुट सपा कार्यालय पर नारेबाजी कर रहा है। उन्होंने बताया कि इस पूरे मामले की जानकारी शिवपाल यादव को दे दी गई है। इसी तरह का सलूक दीपक मिश्रा के साथ करने पर वह भी अपने समर्थकों के साथ बाहर खड़े गए।
इसके पहले उच्च शिक्षा मंत्री शारदा प्रताप शुक्ला को भी बाहर ही रोक दिया गया था। शारदा प्रताप शुक्ला ने पूरे घटनाक्रम पर खेद जताया है। उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि रघुनंदन सिंह काका को नहीं रोका जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि ये पूरी तरह अलोकतांत्रिक है। ऐसा किसी भी हालत में नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि मैं रघुनंदन काका के साथ हूं और मैं मुलायम सिंह यादव का सच्चा सिपाही हूं। उनके साथ हैं।
इस बीच दोनों खेमों के बीच तनाव बढ़ने के मद्देनजर जिला प्रशासन ने सुरक्षाबलों की तैनाती कर दी गई है। सुरक्षा को और कड़ी कर दी गई है ताकि झड़प को रोका जा सके। इससे पहले मुलायम सिंह यादव ने भी रविवार को नई दिल्ली जाने से पहले पार्टी कार्यालय में अपने दफ्तर पर ताला लगवाया था और चाभी लेकर चले गए थे।