आजकल डिजिटल वाली ज़िन्दगी में किसी के पास किसी के लिए दो मिनट का भी समय नहीं है बात करने का। अगर कई दो लोग बैठे भी होंगे तो अक्सर उनके बीच में मोबाइल चलने लग जाता हैं। आपको भी यह याद नहीं होगा कि हम पिछले बार प्रसन्न कब हुए थे। एक बार सोच कर देखिए। क्या आपको याद आया जवाब होगा नहीं। तो फिर सोचिए कि क्या हम व्यस्त जीवन में से कुछ पल अपने लिए नहीं जी सकते हैं।
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मनोरंजन से हम प्रसन्न होते हैं और इसी प्रसन्नता में ही छिपा है (VIDEO: हॉट लड़कियों ने गाया बॉलीवुड सांग) हमारी सभी शक्तियों का पूर्ण विकास। अच्छा मनोरंजन हमारी विचार-शक्ति को धार देता है। मनोरंजन के बिना जीवन में कोई भी रंग, ऊर्जा नहीं सकते। जब हम कोई कॉमेडी फिल्म देखते हैं और खुलकर हंसते है तो हमारे शरीर के अंदरूनी तत्व स्वस्थ और मजबूत होते हैं।
इसी प्रकार जब हम कोई गम्भीर फिल्म देखते है तो हम भी रोने लगते है जिससे हमारा भी दु:ख व कम कम होता हैं। महान व्यक्ति का कहना है कि रंगशाला एक तरह के अस्पताल हैं। कुछ दृश्य देखने से दर्शकों के मन का बोझ हल्का हो जाता है। इस तरह अंतर्मन का उपचार हो जाता है।
मनोरंजन से हम स्वयं का परिचय करते हैं।(VIDEO: पाकिस्तान के लोगो की सोच देखिये इंडियंस के लिए) वह हमारी सोच को सही करता है व हमारे मानसिक तनाव को दूर करता हैं। मनोरंजन से हमारे शरीर का रक्त भी सुचार रूप से प्रवाहित होता है व पाचन क्रिया भी सही कार्य करती हैं।
मनोरंजन कई रूपों में होता है लेकिन उसकी प्राथमिकता यह है (VIDEO: कपिल शर्मा में इसने की लोट पॉट कर देने वाली कॉमेडी)वह स्वस्थ हो साथ ही उसका दृष्टिकोण भी सही होना चाहिए। इसके माध्यम कई हैं सामाजिक उत्सवों में भाग लेना, घूमना-फिरना, खेल खेलना, टेलीविजन देखना, पुस्तकें पढऩा। इनके अलावा वृद्धजनों के साथ बैठकर उनके जमाने की बातें करना, बच्चों के साथ वक्त बिताना, अशिक्षितों को पढ़ाना भी मनोरंजन का रूप हैं।
हमारा तन-मन एक मशीन ही तो है। इस मशीन को भी आराम के पलों की जरूरत होती है।(VIDEO: अक्षय कुमार और सोनाक्षी पहुंचे अजमेर शरीफ) जब हम तन-मन से थक जाते हैं तो मनोरंजन की छांव में एक शीतलता का सुखद अहसास होता है, जो शरीर में ऊर्जा, स्फूर्ति और आनंद का संचार करता है।
आज के समय में हम आराम व सुखद पलों की तलाश आधुनिक गैजेट्स में ढूढऩे लगे हैं (VIDEO: INDIAN ARMY के जवान पर उठाया हाथ तो उसे मारा बुरी तरह) यदि हम मनोरंजन के नाम पर इनसे चिपके बैठे रहे, तो तन-मन को फायदे के बजाय नुकसान होना तय है। आधुनिक गैजेट्स के प्रयोग से व्यक्ति को लगता है मज़ेदार खबरों के लिए यहां क्लिक करेंकि उसका अच्छा मनोरंजन हो रहा है, लेकिन वास्तव में ऐसा केवल कुछ देर के लिए ही अच्छा होता है।
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