सबगुरु न्यूज-सिरोही। जिला भाजपा के कई पदाधिकारियों के गणतंत्र दिवस समारोह के सिरोही और कई जनप्रतिनिधियों के माउण्ट आबू में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में नहीं पहुंचने के निर्णय और इत्तेफाक को भाजपा का एक धडा, प्रशासनिक गलियारे और विपक्ष मे इसें मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को चुनौति देने से जोडकर देखा जा रहा है।
जैसे ही भाजपा के पदाधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के सिरोही के अरविंद पेवेलियन में आयोजित गणतंत्र दिवस समारोह के कार्यक्रम में नहीं जाने की सूचना आयोजन स्थल पर फैली हर किसी की जुबान पर यही मुद्दा प्रमुखता से छाया रहा। बाद में मीडिया ने इस संबंध में राज्यमंत्री ओटाराम देवासी से बात की तो उन्होंने इसे टालते हुए यही कहा कि केन्द्र और राज्य में पार्टी की ही सरकार है सभी को साथ चलना चाहिए।
पार्टी सूत्रों के अनुसार पहले ही तय हो गया था कि सिरोही के अरविंद पेवेलियन में आयोजित गणतंत्र दिवस के जिला स्तरीय कार्यक्रम व कलक्टर बंगले पर होने वाले अल्पाहार कार्यक्रम में भाजपा संगठन का कोई भी पदाधिकारी नहीं जाएगा। पार्टी पदाधिकारियों पर राष्ट्रीय पर्व में नहीं जाने का आरोप नहीं लगे इसलिए गुरुवार सवेरे भाजपा जिला कार्यालय में गोपालन राज्यमंत्री ओटाराम देवासी ने से ध्वजारोहण किया।
पाटी सूत्रों के अनुसार इसके माध्यम से राज्य सरकार, खासकर मुख्यमंत्री, पर सिरोही जिला कलक्टर अभिमन्यु कुमार, एडीएम जवाहर चैधरी, माउण्ट आबू एसडीएम गौरव अग्रवाल, सिरोही एसडीएम महेन्द्रसिंह के स्थानांतरण का दबाव बनाने की कोशिश की है, इसकी सूचना जयपुर भी भिजवा दी है।
पार्टी और प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार यहां पर भाजपा पदाधिकारियों के के मुख्य कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लेने की बात पहुंची तो प्रशासनिक अधिकारी भाजपा कार्यालय पहुंचे और चर्चा की। देवासी, जिला प्रमुख पायल परसरामपुरिया व सिरोही नगर परिषद के सभापति ताराराम माली अरविंद पेवेलियन में स्थित मुख्य कार्यक्रम में पहुंचे, लेकिन पार्टी का कोई पदाधिकारी वहां नहीं पहुंचा।
माउण्ट आबू में अशोक वाटिका में उपखण्ड अधिकारी गौरव अग्रवाल के आतिथ्य में आयेाजित कार्यक्रम में भी प्रमुख भाजपाइयों के नहीं पहुंचने की चर्चा है। वैसे यहां यह दलील भी दी जा रही है कि ध्वजारोहण पहले हो चुका था इसलिए यह जनप्रतिनिधि और पदाधिकारी वहां नहीं पहुंच पाए।
-आखिर भाजपाइयों की पीडा क्या
वैसे भाजपा सिरोही के पदाधिकारी इस मामले का यह जवाब दे रही है कि उन्हें गणतंत्र दिवस समारोह का आमंत्रण नहीं मिला था। रात्रि में जिलाध्यक्ष लुम्बाराम चैधरी को जरूर आमंत्रण भेजा गया था। इधर, प्रशासन का कहना है कि गणतंत्र दिवस समारोह में गत वर्ष के स्वतंत्रता दिवस समारोह की सूची की ही पालना की गई है।
बल्कि इसमें कुछ नाम और जोडे गए हैं। प्रशासनिक गलियारे में यह चर्चा जोरों पर है कि ऐसा कुछ नहीं है इसके माध्यम से भाजपा अपने दूसरे दर्द पर मलहम लगाने की कोशिश में है। उधर माउण्ट आबू में अशोक वाटिका के कार्यक्रम में नहीं पहुंच पाने वाले भाजपाइयों की दलील थी कि ध्वजारोहण उनके पहुंचने से पहले हो गया, तो लोगों का कहना था कि आयोजक स्वयं नगर पालिका थी तो वह देरी से क्यों पहुंचे। यहां पर ध्वजारोहण करीब 9 बजकर 29 मिनट 49 सेकेंड पर हुआ था, इसका वास्तविक समय 09.30 का था।
-ये तो नहीं है वो दूसरा दर्द!
पार्टी सूत्रों की मानें तो इसमें सबसे प्रमुख है माउण्ट आबू में प्रशासन के द्वारा सांसद देवजी पटेल के भाई और वहां की पालिका उपाध्यक्ष के माॅनीटरिंग कमेटी की स्वीकृति से अधिक किए गए निर्माण कार्य को तोडना है।
इसके अलावा भाजपा के पदाधिकारियों का आरोप यह भी है कि प्रशासन उनके पदाधिकारियों की अनदेखी कर रहा है, काम अटका रहा है, भाजपा पदाधिकारियों की ओर से बताई गई पत्रावलियों को आगे नहीं बढा रहा है, पदाधिकारियों से मिल नहीं रहा है, इनके स्थानांतरण के लिए जयपुर में सत्ता और संगठन से कहा गया तो वहां से यह जवाब मिल रहा है कि कितनी बार अधिकारी बदलेंगे।
पार्टी सूत्रों की मानें तो माउण्ट आबू में सांसद के भाई का मकान तोडने के दूसरे दिन जयपुर में इसकी शिकायत करने के बाद भी अधिकारियों को हटाने का कोई सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं आई। फिलहाल गुरुवार को गणतंत्र दिवस के मुख्य कार्यक्रम और कलक्टर बंगले में हुए अल्पाहार में नहीं जाना जयपुर को एक संदेश देने की कोशिश ज्यादा लगती है कि हमारा कहा नहीं सुना तो हम यह भी कर सकते हैं।
-जिला प्रमुख के ड्राइवर के साथ भेजा बच्चों को
बकौल पार्टी के प्रमुख पदाधिकारी इस बात का ‘फतवा’ बुधवार रात को ही जारी हो गया था कि सभी प्रमुख पदाधिकारियों को अरविंद पेवेलियन और कलक्टर बंगले के कार्यक्रम में नहीं जाना है। इसी कारण एक पदाधिकारी ने तो अपने बच्चों को भी जिला प्रमुख के चालक के साथ दर्शक दीर्धा में भेजा और वहां से निकल गए।
कार्यक्रम पूरा होने पर फोन आने पर वह बच्चों को ले गए। इधर, अरविंद पेवेलियन में कार्यक्रम समाप्त होने के बाद सर्किट हाउस में गोपालन राज्यमंत्री ओटाराम देवासी, सभापति ताराराम माली के साथ भाजपा के प्रमुख पदाधिकारी मौजूद थे। यहां से गणतंत्र दिवस का मुख्य कार्यक्रम स्थल पैदल मात्र दो सौ मीटर दूरी पर है।
अरविंद पेवेलियन के कार्यक्रम के बाद भाजपा के जनप्रतिनिधि और पदाधिकारी कलक्टर बंगले पर आयोजित अल्पाहार कार्यक्रम में नहीं पहुंचे। वैसे यहां से अधिकारी उन्हें बुलाने के लिए फोन करते रहे, लेकिन कोई आया नहीं। अधिकारियों में इनकी अनुपस्थिति की चर्चाएं अरविंद पेवेलियन की तरह ही प्रमुख मुद्दा रही।