हरदा। 20 जनवरी को रहटगांव थानातंर्गत ग्राम बड़वानी और धनपाड़ा के बीच में जंगल में एक युवक का शव मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई थी। घटना की सूचना वन विभाग के कर्मचारियों द्वारा पुलिस को दी गई थी।
मृतक की पहचान प्रेमलाल पिता सब्बूलाल परते निवासी इमलीढाना थाना चिचोली जिला बैतूल के रूप में की हुई थी। मृतक ग्राम डंगावानीमा में किसी किसान के यहां काम करता था। मृतक के चेहरे को कुल्हाड़ी और पत्थर से कुचल दिया गया था।
मामले की विवेचना के दौरान पुलिस को मृतक के कपड़ों की जेब से एक मोबाइल नंबर मिला था जिसने इस अंधे कत्ल की गुत्थी को सुलझाने में अहम भूमिका निभाई।
स्थानीय पुलिस कंट्रोल रूम में आयोजित प्रेस वार्ता में अति पुलिस अधीक्षक किरणलता केरकेट्टा ने जानकारी देते हुए बताया कि छह दिन पूर्व हुए अंधे कत्ल के मामले को सुलझाने में सफलता हासिल कर ली हैं। पुलिस ने हत्या के आरोपी को हिरासत में ले लिया है। जिसने अपना गुनाह भी कबूल कर लिया है।
घटनाक्रम के पीछे आरोपी के मृतक की पत्नी सेे अवैध संबंध की कहानी सामने आई है। उन्होंने बताया की गत 20 जनवरी को रहटगांव थाने के ग्राम धनपाडा के समीप एक व्यक्ति की लाश मिली थी।
सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने जब मृतक की तलाशी ली तो उसकी जेब से एक मोबाइल नंबर की पर्ची निकली। इस नंबर को लगाया गया तो वह मृतक के भाई का निकला। पुलिस मृतक के भाई और उसकी पत्नी को साथ लेकर घटनास्थल पर पहुंची। जिन्होंने उसकी शिनाख्त प्रेमलाल निवासी इमली ढाना थाना चिचोली जिला बैतूल के रूप में की।
पूछताछ मे उन्होंने पुलिस को बताया कि घटना वाले दिन एक फोन आया था जिसके बाद वह घर से निकल गए थे। पुलिस ने उक्त मोबाइल नंबर को ट्रेस किया तो यह नंबर केवलराम उर्फ मंत्री निवासी जामनेर थाना नेमावर जिला जब आरोपी से पूछताछ की गई तो आरोपी ने मृतक की पत्नी से अवैध सम्बन्ध होना कुबूल करते हुए प्रेमलाल की हत्या करना स्वीकार किया।
पुलिस ने केवलराम और मृतक की पत्नी पार्वती बाई को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया जहाँ से उन्हें जेल भेज दिया। मामले में जानकारी देते हुए एएसपी केरकेट्टा ने बताया की मृतक की पत्नी ने पुलिस को दिए बयान में बताया की मृतक शराब के नशे में उसके साथ आए दिन मारपीट करता था।
घटना के दिन भी उसके साथ मारपीट की गई थी जिसके बाद उसने अपने प्रेमी केवलराम को फोन करके अपनी परेशानी बताई और आत्महत्या करने की बात कही जिसके बाद केवलराम ने प्रेमलाल की पत्नी के साथ मिलकर हत्या की साजि़श रच घटना को अंजाम दिया।