नई दिल्ली। ITC लिमिटेड का एकल शुद्ध लाभ दिसंबर में समाप्त तीसरी तिमाही में 5.71 फीसदी बढक़र 2,646.73 करोड़ रुपए हो गया हैं। इस बीच नोटबंदी के बाद मांग में नरमी से कंपनी का सिगरेट कारोबार की हालत ठीक नहीं है।
ITC ने 5 फरवरी से संजीव पुरी को सीईओ नियुक्त किया है जो कि कार्यकारी नेतृत्व का स्वतंत्र प्रभार संभालेंगे जबकि चेयरमैन वाईसी देवेश्वर उस दिन से ‘गुरुजन’ की भूमिका में होंगे। कंपनी ने गत वित्त वर्ष की इसी अवधि में 2503.76 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ कमाया था। आईटीसी ने बीएसई को सूचित किया है कि आलोच्य तिमाही में उसकी कुल परिचालन आय 4.69 फीसदी बढक़र 13,596.97 करोड रुपए रही। यह पूर्व वित्त वर्ष में यह 12,961.85 करोड़ रुपए रही थी।
कंपनी ने एक बयान देते हुए कहा, ‘आलोच्य तिमाही में परिचालन माहौल बहुत ही चुनौतीपूर्ण रहा। विशेषकर सरकार के नोटबंदी के फैसले के कारण उपभोक्ता व व्यापारिक मांग घटने से हमारी एफएमसीजी बिक्री पर काफी प्रतिकूल असर पड़ा।’
वहीं कंपनी का यह भी कहना है कि इसका असर उसके सभी कारोबारी खंडों पर पड़ा लेकिन बिस्कुट, स्नैक नूडल, पर्सनल केयर उत्पादों व ब्रांड वाले परिधानों की बिक्री पर सबसे अधिक असर देखा गया। सिगरेट सहित एफएमसीजी कारोबार से कपंनी का कारोबार 2.51 प्रतिशत बढक़र 10,857.23 करोड़ रुपए हो गई। आलोच्य तिमाही में कपंनी का सिगरेट कारोबार 2.24 फीसदी बढक़र 8,287.97 करोड़ रुपए हो गया जो कि एक साल पहले की समान अवधि में 8,106.31 करोड़ रुपए रहा था।
ITC ने बयान में कहा है, ‘भारत में कानूनी सिगरेट उद्योग पर नियामकीय व कराधान के दबाव तथा बाजार में नकदी की विकट स्थिति के कारण आलोच्य तिमाही में सिगरेट कारोबार का प्रदर्शन भी नरम रहा।’
FMCG खंड का कारोबार इस दौरान 3.39 फीसदी बढक़र 2569.26 करोड़ रुपए रहा। कंपनी का कहना है कि उसने नोटबंदी के असर को कम करने के लिए अनेक कदम उठाए हैं। एक अलग सूचना में ITC ने कहा है कि उसने पुरी को पूर्णकालिक निदेशक व मुख्य कार्यकारी अधिकारी नियुक्त किया है।