फतेहाबाद/चंडीगढ़। हरियाणा में आरक्षण को लेकर जाटों का अनिश्चितकालीन धरना 19 जगह प्रारम्भ हो गया है। सरकार आंदोलन के दौरान सुरक्षा को लेकर कोई भी कोताही बर्तने को तैयार नहीं दिख रही है।
रविवार को फतेहाबाद में पांच पुलिसकर्मियों को ड्यूटी में लापरवाही बर्तने के आरोप में सस्पेंड कर दिया गया। फतेहबाद के एसपी ओपी नरवाल ने बताया कि ईएएसआई नरेश सिंह, ईएएसआई सूच्चा सिंह, ईएचसी कुलदीप, ईएचसी सूरजीत व ईएचसी सुभाष कि को सस्पेंड कर दिया गया है।
यह पुलिसकर्मी अपने दायित्वों को लेकर गंभीर नहीं थे। इनके खिलाफ शिकायत मिली थी। इसके साथ ही पूरे जिले में सुरक्षाकर्मियों को अलर्ट कर दिया गया है। किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए पुलिस बल पूरी तरह से तैयार है।
गौरतलब है कि अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति द्वारा यह अनिश्चितकालीन धरना आरम्भ किया गया है। आंदोलनकारी जाट नेताओं ने आरक्षण मिलने तक धरना जारी रखने की चेतावनी दी है। यशपाल मलिक गुट इस धरने में ज्यादा सक्रिय है।
हालांकि जाटों के कई गुटों को धरने में शामिल नहीं होने के लिए मनाने में सरकार कामयाब हो गई है लेकिन फिर भी धरनास्थल पर आरक्षण समर्थक लोगों के पहुंचने का क्रम जारी है। प्रशासन का पूरा जोर आंदोलन के दौरान सामान्य जनजीवन प्रभावित होने से रोकने पर है।
प्रशासन द्वारा इसके दृष्टिगत सभी प्रमुख मार्गों के साथ ही नहरों, बस अड्डों, रेलवे स्टेशन आदि पर सुरक्षा के विशेष बंदोबस्त किए हैं। इसके तहत, सोनीपत में दिल्ली को पानी की सप्लाई करने वाली मुनक नहर की सुरक्षा के लिए भी एक टुकड़ी तैनात की गई है।
यही नहीं, झज्जर, सोनीपत, रोहतक, जींद, कैथल व हिसार में सोशल मीडिया पर सुरक्षा एजेंसियां निगाह रखे हुए हैं।
गौरतलब है कि हरियाणा के 19 जिलों में जाट आरक्षण को लेकर अनिश्चितकालीन धरना दिया जा रहा है। गत वर्ष हुए आंदोलन में हुई हिंसा व जन-धन की हानि को देखते हुए इस बार प्रशासन खासा चौकन्ना है।
मलिक भगोड़ा है, धरना प्रारम्भ होने के बाद हो जाएगा फरार: सूबे सिंह
हरियाणा में एक तरफ जहां आरक्षण का जाटों के एक गुट ने अनिश्चितकालीन धरने प्रारम्भ कर दिया है। वहीं जाटों के एक दूसरे गुट ने इस धरने की प्रासंगिकता पर सवाल खड़ा कर दिया है। जाटों के एक गुट ने धरने की अगुवाई करने वाले यशपाल मलिक पर भगोड़ा होने के साथ ही आंदोलन के नाम पर चंदा हड़पने का भी आरोप लगाया है।
रविवार को फतेहाबाद में पत्रकारों से बात करते हुए जाट आरक्षण आंदोलन को लेकर सर्वखाप पंचायत के राष्ट्रीय प्रवक्ता सूबे सिंह ने यशपाल मलिक पर बड़ा बयान दिया। उन्होंने यशपाल मलिक के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कहा कि अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के अध्यक्ष यशपाल मलिक भगोड़ा है।
मलिक का काम आरक्षण के नाम पर धरना प्रारम्भ करा कर मौके से भाग जाना है। यही नहीं सुबे सिंह ने कहा कि यशपाल मलिक हरियाणा के लोगों से जाट आरक्षण को लेकर आंदोनल करने के नाम पर चंदा एकत्रित करता है। फिर उस चंदे को लेकर फरार हो जाता है। सूबे सिंह ने जाट समुदाय से ऐसे लोगों के बहकावे में नहीं आने की अपील की है।
उन्होंने कहा कि जाट समाज ऐसे चालबाज नेताओं की हकीकत को पहचाने। यही नहीं सूबे सिंह ने सरकार को भी चेतावनी दी है कि अगर 26 फरवरी तक सरकार ने जाट आरक्षण को लेकर कोई गंभीर फैसला नहीं किया। तो जाट समाज बड़ा निर्णय लेने को बाध्य होगा।