सिरोही। जैन धर्म के अति प्राचीन जीरावला तीर्थ में भगवान जीरावल पार्श्वनाथ की अति विशाल प्रतिमा का आज धूमधाम से स्थापना होगी। प्रतिमा को विराजमान करने का लाभ के पी संघवी परिवार लेगा। इसके लिए जीरावल तीर्थ नव निर्माण एवं प्रतिष्ठा समारोह समिति के अध्यक्ष संघवी बाबु काका ऐयर ऐम्बुलेन्स से बुधवार की शाम उदयपुर हवाई अडृडे पर उतरे और वहा से रात्रि में पावापुरी तीर्थ मे पहुंचे। वे गुरुवार को जीरावला तीर्थ में प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होंगे।
इससे पहले बुधवा को जीरावला मे दीक्षा कल्याणक एवं वर्षीदान का वरघोडा निकला गया। जीरावला गांव में चारो तरफ सजावट व लोगो की भीड में बार-बार जीरावला पाश्र्वनाथ की जयजय कार गूंज रही थी। शोभायात्रा में इन्द्रध्वजा, अनेक रजत के रथ व उनमे विराजमान श्रावक श्राविकाएं शामिल थे। हाथी, घोडे, 40 बैण्ड व 5 जैन बैण्ड की धार्मिक धुनो के साथ विशाल शोभायात्रा मे चतुर्विद संघ श्रावक-श्राविकाएं एवं साधु-साध्वी चल रहे थे।
तीर्थ के अध्यक्ष रमण जैन ने बताया कि प्रतिष्ठा मे देशभर के अनेक जैन ट्रस्ट्रो व संघांे के हजारों प्रतिनिधियो के साथ राज्य की मुख्यमंत्री वसुंधराराजे एवं गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया भी पहंुच रहे हैं।
तीर्थ के उपाध्यक्ष रमेश कुमार पुरोहित मोहनलाल मुथा परिवार की ओर से फले चुंदडी का चढावा लेने पर उनका अभिनंदन किया।
मुबई से आए जैन युवको के बुद्धिसागरसूरी जैन बैंड मंडल एवं एक अन्य मंडल के युवको ने पावापुरी तीर्थ में धार्मिक गीतांे की धुन बजाकर जीरावल प्रतिष्ठा की खुशियां मनाई।
जीरावल मे अमर ध्वजा का लाभ लेने वाले बेंगलेार के व्यापारी दिलीप सुराणा एवं आनंद सुराणा भी पावापुरी पहुंचे व जिनालय मे दर्शन किये। जीरावला प्रतिष्ठा के लिए पावापुरी तीर्थ मे भव्य रोशनी एवं सजावट की गई जिसको निहारने के लिए बडी संख्या में भक्तो की भीड उमडी। बुधवार को हजारो यात्रियों ने पावापुरी मे विश्राम कर दर्शन लाभ लिया।