राजस्थान में गणेशोत्सव संपन्न हुआ और श्री गणेश जी कैलाश पर्वत पर पहुँचे।
माता पार्वती ने पूछा: कैसा रहा उत्सव का माहौल?
गणेश जी: बरस बरस मारा इन्द्र राजा.तू बरश्या मारो काज सरे ।
माता पार्वती: अरे, ये क्या बोलते हो ?
गणेश जी: अरे अमलिडो अमलिडो अमलिडो भोलो सन्ता ने लागे वालो अरे नाग तिरस् वा वालो ओ बाबो भोलो अमलीडो ।।।
रिद्धी: अरे, ये क्या है ???
गणेश जी: ले नाच.. ले नाच.. ले नाच मारी बींदणी भंडारा में डीजे बाजे नाच …..
सिद्धि: अरे किया हुआ स्वामी ?????
गणेश जी: ओ ढकण खोल दे .. ऐ ढकण खोल दे कलाली थारी बोतल को दारू रे पियाला मैं तो थारे घर को।।।
शंकर जी: आजकल टाबरा ने राजस्थान भेजण रो ज़मानो ही कोनी रियो।