कोहिमा। नगालैंड में निकाय चुनाव को लेकर आरंभ हिंसक प्रदर्शन काफी उग्र हो गया है। गुरुवार को भी राजधानी कोहिमा और डिमापुर में कर्फ्यू जारी रहा।
कर्फ्यू के बीच राजधानी कोहिमा में कोहिमा म्यूनिसपल कार्पोरेशन (केएमसी) के कार्यालय को दंगाइयों ने फूंक दिया। पुलिस मूकदर्शक बनी रही। केएमसी के कार्यालय में आग शाम को 5.44 बजे लगाई गई, जिसे 7.50 बजे तक बुझाया नहीं जा सका था।
केएमसी कार्यालय के आसपास के अन्य कई कार्यालय भी आग की भेंट चढ़ गए हैं। वहीं दिन के समय प्रदर्शनकारियो ने कई गाड़ियों में तोड़फोड़ के साथ ही कई वाहनों में आग भी लगा दी।
मिली जानकारी के अनुसार गत मंगलवार की रात को डिमापुर में प्रदर्शन के दौरान पुलिस फायरिंग में मारे गए दोनों युवकों के शव को गुरुवार को भी कोहिमा में रखकर प्रदर्शन का दौर जारी रहा। ज्ञात हो कि राज्य के विभिन्न संगठन राज्य में निकाय चुनाव कराए जाने का विरोध करते हुए प्रदर्शन आरंभ किया जो बाद में हिंसक हो गया।
आंदोलन करने वाले संगठनों ने गुरुवार की शाम 4 बजे तक का राज्य सरकार को अल्टीमेटम दिया था। जिसमें साफ तौर पर कहा गया था कि निकाय चुनाव को रद्द किया जाए। जिसको सरकार ने मान लिया है।
इसके अलावा मुख्यमंत्री समेत पूरे मंत्रिमंडल को इस्तीफा देने और गोली चलाने वाले पुलिसकर्मियों को बर्खास्त कर उन्हें नहीं दिए जाने तक अपना आंदोलन जारी रखने का आंदोलनकारियों ने ऐलान किया है।
कुल मिलाकर निकाय चुनाव को लेकर उपजा विरोध अब धीरे-धीरे राज्य के अन्य हिस्सों में भी फैल रहा है। इस कड़ी में मोकोकचुंग जिले में सत्ताधारी पार्टी एनपीएफ के कार्यालय में भी तोड़फोड़ व आग लगाया गया है।
मिली जनकारी के अनुसार केएमसी का कार्यालय नगालैंड का ओल्ड सचिवालय है। नगालैंड राज्य के गठन के बाद इसी बिल्डिंग में राज्य सरकार नई बिल्डिंग बनने तक अपना कामकाज चलाती थी।
वहीं केमसी की बिल्डिंग के पास ही असम रायफल का कैंप भी है, बावजूद इसके दंगाई बिल्डिंग में आग लगने में सफल हो गए। कुल मिलाकर कोहिमा और डिमापुर के हालत बेहद नाजुक बने हुए हैं।