जयपुर। मकर संक्रांति पर्व पर बुधवार तड़के से ही जयपुर का आसमां रंगबिरंगी पतंगों से आच्छादित हो गया। शहरवासी सुबह पतंग और मांझे के साथ छतों पर चढ़ गए और चारों तरफ से वो काटा ..का शोर सुनाई देने लगा।
डेक पर संगीत की धुन पर नाचते गाते युवा पेच लड़ाते दिखाई दिए। जयपुर का परंपरागत त्यौहार मकर संक्रांति पूरे हषोल्लास के साथ मनाया गया। संक्रांति के मौके पर बाजारों में तिल के व्यंजन, फीणी और दानपुण्य का सामान खरीदने वालों का तांता लगा रहा।
श्रद्धा के केन्द्र गलता तीर्थ में तड़के चार बजे से ही पवित्र कुण्डों में स्नान करने वालों का पहुंचना शुरू हो गया था। मकर संक्रांति के पर्व पर हजारों लोगों ने गलता तीर्थ स्थल पर कुण्डों में स्नान किया और गायों को चारा डालने के साथ दानपुण्य किया।
सवाई मानसिंह अस्पताल से प्राप्त जानकारी के अनुसार पतंगबाजी के दौरान घायल होने वालों का सुबह से ही अस्पताल पहुंचना शुरू हो गया था वहीं शहर के कई इलाकों में मांझे से सैकड़ों परिंदों के पंख कटने से वे घायल हो गए जिनका पक्षी प्रेमियों ने विशेष शिविर लगा कर उपचार किया।
देर रात तक खरीददारी
पतंग और डोर के दाम में पिछले साल के मुकाबले करीब 15 फीसदी तेजी के बावजूद लोगों में गजब का जोश देखने को मिला। किशनपोल बाजार, हल्दियों का रास्ता और हांडीपुरा में दिनभर पतंग खरीदने वालों का तांता लगा रहा। शाम होते-होते दुकानों पर खरीददारों की कतार लगने लगी। शहरभर में देर रात तक पतंग की दुकानें खुली रहीं और खरीददारी का सिलसिला जारी रहा।