लखनऊ। सूबे में 11 मार्च को विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद नई पार्टी बनाने का ऐलान करने वाली समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता शिवपाल यादव अब अपने बयान से पीछे हटने नजर आ रहे हैं।
वहीं सपा संरक्षक मुलायम सिह यादव द्वारा सपा-कांग्रेस गठबन्धन के प्रत्याशियों को आशीर्वाद दिए जाने पर अपनी प्रतिक्रिया में शिवपाल ने कहा है कि दो दिन से उनकी नेताजी (मुलायम सिंह यादव) से कोई बात नहीं हुई है। हालांकि शिवपाल ने यह जरूर कहा है कि कांग्रेस भरोसे के लायक नहीं है।
शिवपाल ने नई पार्टी बनाने के ऐलान पर अब कहा है कि मैं अपना चुनाव प्रचार कर रहा हूं और सपा से चुनाव लड़ रहा हूं। हम आगे चलकर चुनाव के बाद पार्टी को मजबूत करेंगे।
विधानसभा चुनावों में पार्टी की जीत के सवाल पर शिवपाल ने कहा कि फैसला जनता को लेना है। जनता जो निर्णय लेगी हम स्वीकार करेंगे। उन्होंने कहा कि अपने अलावा बाकी उम्मीदवारों के लिए चुनाव प्रचार करने का फैसला बाद में लेंगे।
वहीं मुलायम के सपा-कांग्रेस गठबंधन के उम्मीदवारों को आशिर्वाद देने के मामले पर शिवपाल ने कहा है कि इस बारे में दो दिन से नेताजी से बात नहीं हुई है। हालांकि उनका कहना है कि कांग्रेस की हैसियत चार सीटों से ज्यादा नहीं थी, लेकिन जब हमारे लोगों को 45-46 टिकट कटे हैं तो दिक्कत हुई हैं।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा नेताजी और पार्टी को धोखा दिया है। वहीं पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम ने भी गुरुवार को कहा कि शिवपाल यादव सपा के टिकट और सिंबल पर चुनाव लड़ रहे हैं। नई पार्टी किसी हाल में भी नहीं बनाएंगे।
उन्होंने कहा कि कुछ राजनीतिक दल पिछले कुछ दिन से जनता को इस बारे में भ्रमित करने में लगे हुए हैं। जनता मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के काम और प्रदेश के विकास को देख रही है। अखिलेश पर सभी का भरोसा भी है।