चंडीगढ़। हरियाणा में आरक्षण के लिए जारी जाटों का अनिश्चितकालीन धरना दसवें दिन मंगलवार को भी जारी रहा। आंदोलनकारी आरक्षण की मांग से कुछ कम पर मानने को तैयार नहीं हैं। आंदोलन का केन्द्र रोहतक का जसिया बना हुआ है।
आंदोलनकारियों के रवैये को देखते हुए प्रशासन ने पूरे प्रदेश में सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी है। सभी आंदोलनस्थलों पर खुफिया विभाग की सक्रियता भी बढ़ गयी है। हालांकि आंदोलनकारियों द्वारा भी खुफिया विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों को धरना स्थल से दूर रहने की चेतावनी पहले ही दी जा चुकी है। लेकिन सरकार आंदोलन से जुड़ी प्रत्येक गतिविधि पर नजर बनाए हुए है।
चण्डीगढ़ में बना आपात कक्ष पहले से ज्यादा सक्रिय हो गया है। आपातकक्ष में प्रत्येक दो घंटे पर सभी जिलो के उपायुक्त आंदोलन की रिपोर्ट दे रहे हैं। जिससे सरकार के उच्चाधिकारी लगातार न केवल अपडेट हो रहे हैं। बल्कि उचित दिशा-निर्देश भी दे रहे हैं। यही नहीं आंदोलनकारियों के साथ ही सरकार अपने प्रशासनिक अधिकारियों पर भी नजर रख रही है।
सूत्रों के अनुसार आंदोलन के दौरान अनुशासन का पालन न करने वाले अधिकारियों की एक सूची बनायी जा रही है। ऐसे अधिकारियों पर नकेल कसने के साथ ही खिलाफ विभागीय जांच बैठाने की भी तैयारी अंदर खाने में चल रही है।
गौरतलब है कि रविवार को सरकार के कद्दावर कैबिनेट मंत्री अभिमन्यु ने हांसी में दो अधिकारियों के बीच हुई बहस की घटना को देखते हुए अधिकारियों को संयम बरतने को कहा था। यह बयान उसी कड़ी का एक हिस्सा है।